कार्य की समय-सीमा, परिवार की जिम्मेदारी, दर्द, ट्रैफिक जाम, आर्थिक दबाव, साथ ही साथ कार्य-क्षेत्र में पदोन्नति, नया घर और शादियाँ तनाव के ऐसे कई कारण हैं, जो हमें प्रतिदिन प्रभावित कर रहे हैं । पर हंसी एक ऐसी चीज़ है जिससे की कोई भी कुछ समय के लिए अपनी हर परेशानी को भूल जाता है और बस खुश रहता है|अक्सर ही आप देखते होंगे कि लोग किसी के सामने या फिर किसी फंक्शन या समारोह में जाते है तो उन्हें बेमन से हंसना पड़ता है और वो हंसी दिखावा मात्र होती है जबकि वही दूसरी तरफ अगर आप कुछ मज़ेदार चुटकुले सुनते है तो यकीनन आप दिल से हंसते है और उसके बाद आपको खुद से भी अहसास होता है कि आपका जो तनाव था, वो काफी हद तक कम हो गया है।
सेल्समैन घर की घंटी बजाता है. एक 35-40 उम्र की औरत दरवाजा खोलती है. सेल्समैन- बेबी, मम्मी है घर में? उन्हें वॉशिंग पाउडर बेचना था. औरत ने 10 पैकेट खरीद लिए.
लड़का- कहां हो? लड़की- मम्मी-पापा के साथ डिनर कर रही हूं. 5 स्टार होटल में. घर पहुंच कर बात करूंगी. वैसे तुम कहां हो? लड़का- जिस भंडारे में तू ठुस रही है, मैं वही पीछे वाली लाइन में पूड़ी बांट रहा हूं. चाहिए होगी तो बता दिओ.
शादी के दूसरे दिन ही सास ने बहू से कहा. सास- बहू, ये क्या? तुम्हारे हाथ ऐसे खाली क्यूं है? बहू- मोबाइल चार्ज नहीं हुआ है अभी माजी. सास-अरे कलमूही, चुड़ी की बात कर रही हूं, नहीं है हाथ में.
पत्नी- तुमको मैं कैसी लगती हूं पति- इतनी अच्छी कि तुमने कभी सोचा भी नहीं होगा पत्नी- फिर भी ? पति- इतनी कि जी करता है तुम्हारी जैसी एक और ले आऊ
लड़का: तूने ब्रा नहीं पहनी ना ? लड़की : तुझे कैसे पता ? लड़का : जानेमन, ये रजनीकांत की आंखे हैं!! लड़की : तूने underwear नहीं पहना ना? लड़का : तुझे कैसे पता? तेरे पास भी रजनीकांत की आंखे हैं क्या ? लड़की : नहीं वो तेरी जिप खुली है और तेरा रजनीकांत बाहर आ रहा है.
टीचर- पप्पू कचोरी और समोसे में क्या फर्क है ? पप्पू- मैंडम जब आप ब्रा पहन कर आती हो तो समोसा लगता है और जब नहीं पहनती तो कचोरी लगती है.