अर्थराइटिस को गठिया व जोड़ो के दर्द के नाम से भी जाना जाता है। बदलती जीवन शैली, बढ़ता वजन और जंक फ़ूड इस रोग का मुख्य कारण है। आज के युग में अब इस रोग से केवल बुजुर्ग ही नही युवा वर्ग भी पीड़ित है। अर्थराइटिस का सबसे ज्यादा असर घुटनो व हिप्स में पड़ता है। अर्थराइटिस के रोगी के हाथो, कंधो तथा घुटनो में दर्द व सूजन रहती है। उन्हें हाथ पैर हिलाने में भी तकलीफ होती है। गठिया का दर्द असहनीय होता है। व्यक्ति ढंग से चल फिर भी नही पाता और घुटने भी आसानी से नही मोड़ पाता।
आइये जाने अर्थराइटिस को कम करने के कुछ घरेलू नुस्खे-
1. मोटापा कम करे - मोटे लोगो में अर्थराइटिस की समस्या सबसे ज्यादा पाई जाती है। अर्थराइटिस से बचने के लिए वजन को नियंत्रित करना अति आवश्यक है। मोटापा कम करना ही इससे बचने का आसान उपाय है।
2 कब्ज़ न हो - अर्थराइटिस के रोगी को कब्ज़ न हो इसका रखे ध्यान। कब्ज़ से छुटकारा पाना अति आवश्यक होता है। अर्थराइटिस के मरीज को पेट साफ़ रखने के लिए कई बार गुनगुने पानी का एनीमिया दिया जाता है।
3 गतिशील रहे - गठिया के रोगी को न ही अधिक देर तक बैठे रहना चाहिए और न ही बहुत अधिक मेहनत करनी चाहिए। देर तक बैठे रहने से जोड़ो में अकडन आ जाती है और अधिक मेहनत से जोड़ो में दर्द हो जाता है।
4 व्यायाम करे - गठिया के रोगियों को व्यायाम अवश्य करना चाहिए। अगर एक्सरसाइज करने में दिक्कत हो तो आप अपनी घर की छत या बगीचे में सुबह शाम टहल ले। स्विमिंग भी गठिया के रोगियों के लिए अच्छी एक्सरसाइज है।
5 स्टीम बाथ ले - अर्थराइटिस के रोगियों के लिए मालिश और स्टीम बाथ बहुत फायदेमंद होती है। लहसुन के रस में कपूर मिलाए और इस मिश्रण से जोड़ो की मालिश करे। इससे गठिया के दर्द में बहुत आराम मिलेगा। जैतून का तेल भी अर्थराइटिस के दर्द को कम करता है।