हमारी लाइफस्टाइल की वजह से हम कई बीमारियों का शिकार हो जाते हैं जिनमें ब्लड क्लोटिंग भी एक है जिसमें कई बार शरीर में एक जगह रक्त का थक्का जम जाता है जिससे नसों में काफी समस्या हो सकती है. शुरुआती अवस्था में ही ऐसी स्थिति का पता लगाकर हम इमरजेंसी से बच सकते हैं आइए जानते हैं ब्लड क्लोटिंग की शुरुआत में कैसे लक्षण हमें नजर आते हैं.
धमनी का थक्का
अगर हमारी नस और धमनियों में रक्त का थक्का बन गया है तो इसकी वजह से धमनी में गंभीर दर्द होता है और शरीर के कुछ हिस्सों में अटैक जैसा महसूस होता है ऐसा होने से हमें दिल का दौरा या स्ट्रोक होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
वेंस के थक्के
मेंस के अंदर खून के थक्के बनने की वजह से शरीर में हमें कई हिस्सों में दर्द महसूस होने लगता है कई बार वंश के थक्के बहुत ही ज्यादा जानलेवा भी हो सकते हैं.
डीप वें थ्रांबोसिस
ऐसी स्थिति में नसों में एक तक का बनता है जो हाथों में और फेफड़ों और मस्तिष्क के हिस्से में बनता है तक के के स्थान पर हमें घर में महसूस होती है या जिस हाथ और पैर में तक का बनता है उसमें दर्द महसूस होता है साथ ही प्रभावित स्थान पर सूजन आ जाती है कई बार त्वचा लाल रंग की हो जाती है.
पेरिया हाथ में ब्लड क्लोटिंग
अगर हमारे हाथ या पैर में रक्त का थक्का जम गया है तो ऐसी स्थिति में दिल में खून का थक्का पहुंच सकता है जो आपको काफी भारी महसूस कराता है ऐसी में सांस लेने में तकलीफ धड़कनें तेज होना और सांस लेने पर तेज आवाज आना जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं.