हाथरस अपडेट: दलित संगठन भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद पर एफ़आईआर दर्ज

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद और 400-500 अज्ञात लोगों पर एपिडेमिक डिसीज़ एक्ट के अंतर्गत एफ़आईआर दर्ज की गई है.

रविवार को चंद्रशेखर हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने गए थे. उन्होंने परिवार के लिए वाई-कैटेगरी सुरक्षा की भी मांग की थी.
वहीं, इंडियन एक्सप्रेस की एक ख़बर के अनुसार भाजपा के एक पूर्व विधायक राजवीर सिंह पहलवान ने उसी गांव में अभियुक्तों के समर्थन में एक मीटिंग भी बुलाई जिसमें 500 से ज़्यादा लोग शामिल हुए.
इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़ राजवीर सिंह ने कहा, "हमने सभी जातियों की सभा बुलाई है जहां ये चर्चा हुई कि सरकार ने सीबीआई जांच और नार्कों टेस्ट करवाने का फ़ैसला सही किया है. अगर परिवार कुछ छुपाना नहीं चाहता तो उन्हें इससे डरने की ज़रूरत नहीं है. जिन्होंने गलत शिकायत दर्ज करवाई है, उनके ख़िलाफ़ भी सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए."
कांग्रेस करेगी सत्याग्रह
हाथरस के परिवार को इंसाफ़ दिलाने के लिए कांग्रेस पांच अक्तूबर को राज्य और ज़िला स्तर पर देश भर में धरना प्रदर्शन करेगी.
प्रदेश कांग्रेस कमेटियां महात्मा गांधी या बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्तियों के पास बैठकर मौन धरना करेंगी.
कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने बताया कि सभी सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता इसमें शामिल होंगे.
बीजेपी नेता आई प्रियंका गांधी के समर्थन में
महाराष्ट्र बीजेपी की उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने प्रियंका गांधी के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार की आलोचना की है.
उन्होंने ट्वीट किया कि "एक पुरुष पुलिसवाले की ज़ुर्रत कैसे हुई कि वह एक महिला नेता के वस्त्रों पर हाथ डाल सके."
उन्होंने भारतीय संस्कृति की दुहाई देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुलिसवालों पर कार्रवाई करने की अपील की है.
वहीं, पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाते समय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ हुई बदसलूकी की पुलिस आयुक्त कार्यालय जांच करेगा.
नोएडा पुलिस ने इस मामले में जांच के आदेश देते हुए कहा है कि कोई सक्षम महिला अधिकारी इस मामले की जांच करेगी.
जिन्हें विकास पसंद नहीं, वो दंगा फैलाना चाहते हैं: योगी आदित्यनाथ
हाथरस मामले में विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिसे विकास अच्छा नहीं लगता, वो जातीय और सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, "दंगों की आड़ में उन लोगों को राजनीतिक रोटियां सेंकने का मौक़ा मिलेगा, इसलिए वो आए दिन नई साजिशें रचते हैं. इन साजिशों के प्रति पूरी तरह आगाह होते हुए हमें विकास की प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ाना है."
मुख्यमंत्री ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिग के ज़रिए मंडल, सेक्टर और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं और नेताओं से बात करते हुए ये बातें कहीं.
साथ ही योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट भी किया, "संवाद के माध्यम से बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान संभव है. नए उत्तर प्रदेश में संवाद ही सारी समस्याओं के समाधान का माध्यम है."
उन्होंने लिखा कि पुलिस विभाग को माताओं एवं बहनों से संबंधित विषयों तथा अनुसूचित जाति व जनजाति से जुड़े मुद्दों में अति संवेदनशीलता और सक्रियता से काम करने की आवश्यकता है.
हाथरस में एक दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के बाद से देश भर में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. उत्तर प्रदेश की कुछ जगहों पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़पें भी हुई हैं.
विपक्षी दल पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं. वो पुलिस पर इस मामले में लीपापोती करने का आरोप लगा रहे हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और यूपी कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने भी जा चुके हैं.
तेज़ होने विरोध प्रदर्शनों के बीच योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की है.
योगी आदित्यनाथ ने इशारों-इशारों में हाथरस में विपक्ष की भूमिका पर भी कहा कि जिन्हें विकास अच्छा नहीं लग रहा है, वह जातीय और सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं.
वीडियो कांफ्रेंसिग के ज़रिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस विभाग को माताओं एवं बहनों से संबंधित विषयों तथा अनुसूचित जाति व जनजाति से जुड़े मुद्दों में अति संवेदनशीलता और सक्रियता रखने की आवश्यकता है.
वे इस वीडियो काफ्रेंस में पार्टी कार्यकर्ताओं और मंडल नेताओं को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भरोसा दिलाया कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि जो लोग राज्य में माताओं और बहनों के सम्मान के चोट पहुंचाने की कोशिश करेंगे उनका नाश कर दिया जाएगा.
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source: bbc.com/hindi

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