अभी अधिकमास चल रहा हैं इसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता हैं यह महीना 18 सितंबर से शुरू हो चुका हैं जो कि 16 अक्टूबर को समाप्त होगा। इस महीने के अधिपति देव भगवान श्री विष्णु माने जाते हैं ऐसे में इस पूरे महीन श्री विष्णु और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा आराधना करने का विधान होता हैं
मान्यताओं के मुताबिक अधिकमास में अगर तुलसी पूजन किया जाए तो घर में सुख समृद्धि और सौभाग्य बना रहता हैं तुलसी का पौधा घर में पवित्रता का प्रतीक माना गया हैं। अधिकमास में तुलसी पूजाक करना अत्यंत फलदायी होता हैं भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण के साथ तुलसी पूजन भी करना चाहिए। तो आज हम आपको तुलसी पूजा से जुड़ी जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
बता दें कि पुरुषोत्तम मास में अगर तुलसी पूजन किया जाए तो इससे भगवान विष्णु प्रसन्न हो जाते हैं इस दौरान अगर तुलसी का सेवन किया जाता हैं तो मनुष्य को अनेक चंद्रायण व्रतों के समान फल की प्राप्ति होती हैं इस महीने में स्नान करते वक्त पानी में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए। इसका महत्व भी बहुत अधिक हैं ऐसा माना जाता हैं कि अगर ऐसा किया जाए तो इससे जल तीर्थ के समान शुद्ध और पवित्र हो जाता हैं
अधिकमास में तुसी की पूजा करते वक्त व्यक्ति को तुलसी मंत्र और श्री विष्णु मंत्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का जाप करते रहना चाहिए। घर की सुख शांति के लिए पुरुषोत्तम मास में तुलसी पूजन जरूर करें। इससे शांति तो घर में बनी ही रहती हैं। साथ ही माता लक्ष्मी की कृपा भी हमेशा घर पर रहती हैं हर शाम तुलसी के आगे दीपक जरूर जलाएं।