गांधी जी वाकई में हम सभी के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत हैं, कामयाबी पाने के लिए। उन्होंने अपनी जिंदगी में जो कुछ भी किया और जिस तरह से ये सब कोई आम इंसान नहीं कर सकता। बापू में बहुत सारे गुण थे। जिनमें उनका अहिंसा परमो धर्मा तथा माफ करना जिसका पालन करना बहुत कठिन है, उनके पसंदीदा गुण थे। आज हम आपको बताएंगे उस चीज़ के बारे में जिसका गांधी जी ने हमेशा से विऱोध किया और करने को कहा।
बापू ने गलत संगति का जमकर विरोध किया। उन्हें कई बार रिश्वत लेने और अंग्रेजो का साथ देने के लिए बहुत अधिक धन एवं बहुत अधिक मान सम्मान और प्रतिष्ठा देने की पेशकश की गई। मगर उन्होंने अपने देश हिंदुस्तान की रक्षा और सुरक्षा एवं अपने स्वाभिमान और देश की आन बान शान के लिए इसे गलत माना।
ये सब लेने के लिए धड़का से मना कर दिया। और अपनी बात पर अटल रहेंगे उन्हें केवल हिंदुस्तान आजाद चाहिए। महात्मा गांधी ने हिंसा का भी जमकर विरोध किया। गांधी जी के इस विचार ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे। गांधी जी का कहना था कि एक विनम्र तरीके से भी आप दुनिया को हिला सकते हैं।