भारत में हर पांच में से एक व्यक्ति सर दर्द की परेशानी से ग्रस्त है। इससे ना केवल उनके कामकाज पर असर पड़ता है बल्कि वे परेशान भी रहते हैं और उनका कोई भी काम सही तरीके से नहीं हो पता है । यहाँ के 14.7 फीसदी भारतीयों में देखा गया है कि 20 फीसदी मामलों में सिरदर्द की समस्या अंडरलाइंग न्युरोलोजिकल डिजीज के वजह से होती है। ऐसे में ये अक्सर देखा गया है कि लोग जल्दी से डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं वो इसे मामूली सा दर्द समझकर टालमटोल करने लगते है । आपको ये पता होना चाहिए कि कई बार ये समस्या जटिल भी हो सकती है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार यह बताया गया है की , अगर आपको नीचे दिए गए लक्षण या संकेत महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि ये किसी गंभीर समस्या के संकेत हो सकते हैं।
1) आपको अगर अचानक से कुछ अजीब महसूस हो रहा है और तेज सिरदर्द है, तो यह एक संकेत है कि आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि यह आने वाले किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
2) आपको अगर बुखार, गर्दन में अकड़न, मानसिक भ्रम, दौरा, दोहरी दृष्टि, कमजोरी आदि के साथ सिरदर्द हो रहा है, तो आपको डॉक्टर से जरुर मिलना चाहिए।
3) आपको अगर हाल ही में सिर में कोई चोट लगी थी और इसके बाद आपको सिरदर्द होता था या सिर की चोट के बाद आपके सर में अधिक दर्द रहने लगा है, तो यह संकेत है कि आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
4)आपको अगर सर दर्द की कोई पुरानी समस्या है, जो खांसी, तनाव या अचानक हिलने से गंभीर हो जाती है, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। हो सकता है ऐसा सर दर्द के कारण हो रहा हो I
ं-
सेहत के लिए होता है बहुत फायदेमंद, सौंफ की चाय पीना