कुछ समय पहले एक ट्विट वायरल हुई थी जो कहती थी कि ऑर्गेनिक टैम्पून से पीरियड की ड्यूरेशन कम हो जाती है। इस ट्वीट में एक लड़की ने ऐसा दावा किया था कि उसके साथ भी ऐसा ही हुआ। इसे लेकर कई तरह की रिसर्च की गईं। पर जो नतीजा सामने आया वो कहता है कि पीरियड्स का ड्यूरेशन ऑर्गेनिक टैम्पून्स या सेनेटरी पैड्स कम नहीं कर सकते, पर इन्हें बेहतर जरूर बना सकते हैं।
पीरियड्स की तकलीफ को कम करने के लिए न्यूट्रिशनिस्ट्स कई तरह के फूड्स बताते हैं। गाइनेकोलॉजिस्ट्स के हिसाब से पीरियड्स को लेकर कई सारे टिप्स दिए जाते हैं। एनसीबीआई की एक रिसर्स 'Menstrual Hygiene, Management, and Waste Disposal' नेचुरल और ऑर्गेनिक सेनेटरी पैड्स और टैम्पून्स को लेकर भी बात करती है।
इस रिसर्च में रियूजेबल और वॉशेबल पैड्स के अलावा कमर्शियल सेनेटरी पैड्स का जिक्र भी है। दरअसल, कमर्शियल सेनेटरी पैड्स में नेचुरल इंग्रिडियंट्स कम होते हैं और इसके साथ ही कुछ में पेस्टिसाइड्स और हानिकारक organochlorines केमिकल्स भी होते हैं जो खुशबू और ज्यादा सोखने के लिए डाले जाते हैं। इनसे स्किन रैशेज भी हो सकते हैं और साथ ही साथ ये लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर वेजाइना को ड्राई भी बना सकते हैं। जिन्हें पहले से ही ये समस्याएं होती हैं उनके लिए पीरियड्स बहुत ही दर्दनाक हो सकते हैं और रैशेज भी होते हैं।
ऐसे में पीरियड्स के पेन को थोड़ा सा कम करने के लिए हम अपने सेनेटरी पैड्स में भी बदलाव कर सकते हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि कैसे पीरियड्स के पेन को थोड़ा कम किया जा सकता है।
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1. ऑर्गेनिक और आरामदायक पैड्स का करें इस्तेमाल-
यकीनन आप अभी तक कई तरह के पैड्स इस्तेमाल कर चुकी होंगी, लेकिन कॉटन के पैड्स आपके लिए ज्यादा आरामदायक हो सकते हैं। अगर आपको रीयूजेबल पैड्स सही नहीं लगते हैं या फिर आप ऑर्गेनिक टैम्पून्स के साथ कंफर्टेबल नहीं हैं तो ऐसे कमर्शियल पैड्स चुनिए जिनका कवर कॉटन वाला हो ताकि आपके इंटिमेट एरिया में सूखापन न आए।
2. इंटिमेट वाइप्स का इस्तेमाल करें-
पीरियड्स के दौरान अपने इंटिमेट एरिया को साफ रखना बहुत जरूरी होता है। अगर वेजाइना की सफाई ठीक से होगी तो बैक्टीरियल ग्रोथ नहीं होगी और इसमें खुजली और रैशेज जैसी समस्याएं नहीं होंगी। इसलिए इंटिमेट वाइप्स का इस्तेमाल करें। ध्यान रहे कि ये ऐसे होने चाहिए जिनसे वेजाइना की ड्राइनेस को खत्म किया जा सके।
3. गर्म पानी पिएं-
वैसे तो गर्म पानी पीना हमेशा ही राहत भरा होता है, लेकिन हम यहां बात कर रहे हैं खासतौर पर पीरियड्स के पेन की। दरअसल, पीरियड्स का पेन का अहम कारण क्रैम्प्स और ब्लोटिंग होती है। गर्म पानी पीने से शरीर में वॉटर रिटेंशन नहीं होता है और ऐसे में दर्दभरी ब्लोटिंग भी नहीं होती है। एक रिसर्च कहती है कि गर्म पानी पीने से क्रैम्प्स बेहतर होते हैं क्योंकि गर्म पानी स्किन की तरफ ब्लड फ्लो को बेहतर बनाता है और इससे क्रैम्प्स मसल्स रिलैक्स होते हैं।
4. पेट की मसाज-
यहां हम पेट को रगड़ कर मसाज करने की बात नहीं कर रहे हैं। यहां बात हो रही है गुनगुने तेल से पेट में हल्के हाथों से मसाज करने की। क्रैम्प्स को कम करने में ये भी मदद कर सकता है। अगर आपके पेट में अधिक ब्लोटिंग है तो इसे न करें। इसे कम ब्लोटिंग के समय करें। ये वैसा ही असर दिखाता है जैसा हीटिंग पैड दिखाता है। इसके लिए सरसों का तेल अच्छा होता है, लेकिन अगर वो आपको सूट नहीं करता तो आप अपनी पसंद का तेल भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
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5. गर्म पानी से नहाएं-
आपके लिए पीरियड्स का पेन कम करने का तरीका ये भी हो सकता है कि आप गर्म पानी से नहाएं। पीरियड्स के समय शरीर को अधिक गर्मी की जरूरत होती है। ऐसे में अगर आप गर्म पानी से नहाएंगी तो क्रैम्प्स में बहुत आराम मिलेगा। हो सकता है आप हॉट वाटर बैग से लगातार अपने पेट की सिकाई करती होंगी, लेकिन फिर भी गर्म पानी से नहाना पूरे शरीर को रिलैक्स करने के लिए बेस्ट हो सकता है।
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