पेट्रोल पंप का कारनामा: कार की 50 लीटर वाली टंकी में डाल दिया 52 लीटर , फिर...

पेट्रोल पंप का कारनामा: कार की 50 लीटर वाली टंकी में डाल दिया 52 लीटर , फिर...

Sonipat News in Hindi
सोनीपत (Sonipat) के एक पट्रोल पंप (Petrol Pump) में कार की पचास लीटर की टंकी में 52 लीटर पेट्रोल (Petrol) डाल दिया गया. इसके बाद कार मालिक ने पुलिस (Police) और खाद्य विभाग के अधिकारियों को बुला लिया. अधिकारियों ने पेट्रोल पंप की मशीन को सील कर दिया है.
बोधगया सीट: यहां है एक अनोखा रिकॉर्ड, इस बार कौन खेलेगा सियासत की नई पारी?
सोनीपत. सोनीपत (Sonipat) के गांव खेड़ा स्थित हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप (Petrol Pump) का एक ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसको जानने के बाद आप शायद ही इस पेट्रोल पंप से ईधन अपने वाहन में डलवाएं. एक डस्टर गाड़ी के मालिक का आरोप है कि 50 लीटर की टंकी में पेट्रोल पंप ने 52 लीटर तेल डाल दिया. इसके बाद गाड़ी के मालिक ने मामले की सूचना पंप मालिक को दी गई तो उसने उल्टे गाड़ी के मालिक से बदतमीजी शुरू कर दी.
गाड़ी सोनीपत में सिविल अस्पताल (Sonipat Civil Hospital) में तैनात डॉक्टर योगेश की थी, फिलहाल डॉक्टर (Doctor) ने मामले की शिकायत पुलिस और खाद्य आपूर्ति विभाग को दी है. वहीं खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने पंप की मशीन को सील कर दिया है. तस्वीरों में दिखाई देने वाला यह पंप सोनीपत के गांव खेवड़ा में स्थित है. आप देख सकते हैं कि एक लाल कलर के डस्टर गाड़ी यहां पर खड़ी है और एक आदमी फोन पर बातचीत कर रहा है.
यह शख्स कोई और नहीं बल्कि सोनीपत के सिविल अस्पताल में तैनात डॉ योगेश हैं, इन्हीं के साथ सोनीपत के पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी हुई है. डॉ योगेश का आरोप है कि पंप पर उन्होंने तेल डलवाया था. उनकी गाड़ी में पहले भी तेल था, लेकिन पंप में तैनात कर्मचारी ने उनकी गाड़ी में 52 लीटर तेल डाल दिया, जबकि डस्टर गाड़ी की टंकी ही 50 लीटर क्षमता की होती है.पट्रोल पंप पर खड़ी कार जिसमें 52 लीटर डाला गया है.
फतेहाबाद: फैक्ट्री में सीएम फ्लाइंग का छापा, अलग-अलग ब्रांड का नकली देसी घी बरामद
पेट्रोल पंप मालिक ने कहा हर जांच के लिए तैयार हैं
जब कार मालिक ने पेट्रोल पंप मालिक से इस मामले की शिकायत की तो मालिक ने उनके साथ बदतमीजी शुरू कर दी. इसके बाद शिकायत पुलिस को दी गई और जिला खाद्य विभाग के अधिकारियों तक भी मामला पहुंच गया. वही पंप मालिक से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया और कहा कि वह तेल की जांच करवाने के लिए तैयार हैं.
वहीं शिकायत के बाद पुलिस और खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी पंप पर पहुंचे और पंप की मशीन को सील कर दिया, लेकिन मीडिया के कैमरे से बचते नजर आए. इससे एक बात तो साफ होती है कि कहीं ना कहीं विभाग के अधिकारियों और पेट्रोल पंप मालिकों की मिलीभगत हो सकती है. अब देखना यह होगा कि आगामी कार्रवाई विभाग क्या करेता है ताकि पेट्रोल पंप ऐसी गलती दोबारा ना करें.

अन्य समाचार