लाइफस्टाइल: आज कल डायबिटीज यानी शुगर की समस्या सामान्य होती जा रही है. शरीर में शुगर का लेवल बढ़ने की वजह से कई लोगों में डायबिटीज की समस्या हो जाती है. डायबिटीज दो तरह की होती है- टाइप-1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज. 90 प्रतिशत मामले दुनियाभर में इसी तरह के हैं. डायबिटीज का तीसरा प्रकार है जेस्टेशनल डायबिटीज़, जो अक्सर गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को हो जाता है.
डायबिटीज की समस्या को कण्ट्रोल करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित भोजन और नियमित एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी होता है. लोग स्वस्थ रहने के लिए दवाईयों का सेवन करते हैं, लेकिन क्या आप मालूम है कि आप दवाईयों के अलावा इसे सदाबहार की पत्तियों से भी आराम पा सकते हैं.
सदाबहार का इस्तेमाल आयुर्वेद पद्धति से होता आया है. यही नहीं मधुमेह के रोगियों के लिए सदाबहार बहुत कारगर होता है. इसमें मधुमेह, मलेकिया, गले में खराश और ल्यूकेमिया जैसी स्थितियों से बचने के लिए हर्बल उपचार के तौर पर किया जाता है. इसमें दो सक्रिय यौगिक होते हैं एल्कलॉइड और टैनिन कहा जाता है पोधे में करीब 100 से ज्यादा अल्कलॉइड पाया जाता है जो काफी फायदेमंद होता है.
इस तरह करें इस्तेमाल-
इसका सेवन करने के लिए सदाबहार की ताजी हरी पत्तियों को सबसे पहले सुखा लीजिए. इसके बाद इसे अच्छी तरह से इसे पीस लें और एक एयर-टाइट कंटेनर में रख लें. रोजाना एक कप ताजे फलों के रस या पानी के साथ इस सूखे पत्तों के पाउडर का एक चम्मच सेवन करें. आपको इस पत्ती का पाउडर थोड़ा कड़वा जरूर लग सकता है.
इसके साथ ही यह याद रखें कि पौधे की 3 से 4 पत्तियों से ज्यादा न लें और दिन में रक्क शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने के लिए उन्हें सिर्फ मुंह में रख कर चबाते रहें.इसी के साथ सदाबहार पौधे के गुलाबी रंग के फूल लें और उन्हें एक कप पानी में उबालें. इसको उबलने के बाद आप पानी को छान लें और इसे रोजाना सुबह खासी पेट पीने की आदत डालें.इससे आपको डायबिटीज काफी हद तक कंट्रोल में रह सकता है.
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