गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड पाया जाता है। इसके अलावा इसमें कॉपर, आयरन, फास्फोरस, जिंक,कैल्शियम, मैग्नीशियम के साथ-साथ एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर आदि तत्व पाए जाते हैं। जो आपको हर बीमारियों से कोसों दूर रखते हैं। गिलोय को कुछ लोग अमृता नाम से भी जानते हैं। तो चलिए जानें गिलोय रस को पीने के और क्या-क्या फायदे हैं….
- गिलोय में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी बूस्ट कर सकते हैं। इसलिए रोजाना गिलोय, तुलसी, लहसुन, अश्वगंधा और हल्दी का काढ़ा पीना चाहिए।
- कई सारी रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि गिलोय रस का सेवन शरीर में होने वाली ऐंठन और अकड़न में फायदा पहुंचाता है। कई बार मेडिकल ट्रीटमेंट के बाद मरीज को शरीर में अकड़न महसूस होती है। इस स्थिति में गिलोय का रस फायदेमंद है।
- गिलोय में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण जहां शरीर में किसी भी तरह के बैक्टीरिया को घुसने से रोकता है। जिसकी वजह से संक्रामक बीमारियों का खतरा कम होता है। वहीं गिलोय घाव को भरने और सूखने में भी मदद करता है। इसका कारण गिलोय का एंटीमाइक्रोबियल गुण ही है।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि गिलोय के रस का सेवन डायबिटीज के मरीज भी आाराम से कर सकते हैं। इसे पीने से ब्लड में शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है और डायबिटीज की समस्या को बढ़ने से रोकता है।
- आंखों में चश्मा लगा है तो आपके गिलोय मदद कर सकता है। इसके लिए 10 मिली गिलोय के रस में 1-1 ग्राम शहद और सेंधा नमक मिलाकर खूब अच्छी तरह से पीस लें। इसे आंखों में काजल की तरह लगाएं। इससे अंधेरा, चुभन, और काला तथा सफेद मोतियाबिंद रोग से मुक्ति मिल जाएगी।
- गिलोय में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर से टॉक्सिन को निकालने में मदद करते हैं। जिससे आपका दिमाग शांत रहता है और तनाव से मुक्ति मिलती है।