अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस गिन्सबर्ग का निधन

न्यूयॉर्क, 19 सितंबर (आईएएनएस)। महिला अधिकारों के लिए किए गए कामों के लिए मशहूर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस रूथ बेडर गिन्सबर्ग का 87 साल की उम्र में निधन हो गया।उनका निधन शुक्रवार की रात को अग्नाशय के कैंसर के कारण हुआ।

3 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति पद के चुनावों के पहले हुई उनकी मौत ने टकराव की स्थिति पैदा कर दी है। उनके निधन से खाली हुए पद पर नई नियुक्ति को लेकर टकराव हो सकता है।
सबसे वरिष्ठ जस्टिस और सर्वोच्च न्यायालय में बतौर जस्टिस नियुक्ति पाने वाली दूसरी महिला गिन्सबर्ग ने वहां 27 साल तक अपनी सेवाएं दीं। वे लैंगिक समानता की वकालत करने वाली एक अग्रणी जस्टिस थीं।
1993 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने उन्हें नियुक्त किया था और पिछले कुछ वर्षों में वे कोर्ट की लिबरल विंग की सबसे वरिष्ठ सदस्य बन गईं।
मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने शुक्रवार की रात एक बयान में कहा, हमारे देश ने ऐतिहासिक कद की एक कानूनविद को खो दिया है। हमें उनके जाने का गहरा शोक है। हम विश्वास करते हैं कि आने वाली पीढ़ियां रूथ बेडर गिन्सबर्ग को याद रखेंगी।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जब मिनेसोटा में एक चुनावी रैली कर रहे थे, तभी उन्हें गिन्सबर्ग की मृत्यु की सूचना दी गई।
अपने बयान में उन्होंने कहा, महिलाओं और विकलांगों की कानूनी समानता के बारे में उनके जाने-माने फैसलों सहित उनकी विभिन्न मसलों पर दी गई राय ने सभी अमेरिकियों और लीगल माइंड्स की कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है।
पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने ट्वीट किया, जस्टिस गिन्सबर्ग ने मुझ समेत कई महिलाओं के लिए मार्ग प्रशस्त किया। उनके जैसा दूसरा कोई नहीं होगा। धन्यवाद आरबीजी।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे एरिक ट्रंप ने कहा कि गिन्सबर्ग नैतिकता के साथ उल्लेखनीय काम करने वाली एक महान महिला थीं।
-आईएएनएस
एसडीजे/वीएवी

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