भारत से लद्दाख विवाद के बीच चीन ताइवान (China Taiwan News) को भी धमकियां देने से बाज नहीं आ रहा है. दरअसल, चीन की सेना की तरफ से बताया गया है कि उसके जवान ताइवान के पास में सैन्य अभ्यास कर रहे हैं. इतना ही नहीं चीन ने ताइवान के साथ-साथ अमेरिका को भी धमकी दी है और कहा है कि वह ताइवान की मदद न करे. बता दें कि चीन और ताइवान के बीच लंबे वक्त से सब ठीक नहीं चल रहा है. वैसे यह सब अमेरिका के आर्थिक मामलों के मंत्री की ताइवान यात्रा के विरोध में भी हो रहा है.
चीन ताइवान पर भी दबाव बनाने की हरसंभव कोशिश करता रहता है. पिछले दिनों ताइवान ने चीन को साफ संदेश भी दिया था कि वह उनकी सीमा में घुसने की गलती न करे क्योंकि ताइवान शांति चाहता है. ताइवान को उकसाने के लिए चीन (China) ने उसके एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन में अपने फाइटर जेट उड़ाए थे. इसपर ही ताइवान ने गुस्सा जाहिर किया था. कहा गया था, 'चीन लाइन क्रॉस न करे. ऐसी कोई भी गलती न करे. ताइवान शांति चाहता है लेकिन हम अपने लोगों को बचाएंगे.'
अमेरिका के आर्थिक मामलों के मंत्री कीथ क्रेक आज रात ताइवान के राष्ट्रपति से डिनर पर मुलाकात करने वाले है और ताइवान-अमेरिका के बीच आर्थिक संबंधों पर चर्चा करेंगे. कल कीथ क्रेक नेशनल मेमोरियल का दौरा करेंगे.
ड्रिल के लिए दिया ताजा हालातों का हवाला
ताजा ड्रिल के बारे में चीन की तरफ से बताया गया है कि पीएलए ताइवान के पास वाले इलाके में शुक्रवार से सैन्य ड्रिल कर रहा है. इसके लिए वहां के ताजा हालातों का हवाला दिया गया है. पीएलए के ईस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता ने कहा, 'ताइवान के पास वाले इलाके में सेना संयुक्त हवाई और समुद्री ड्रिल कर रही है. ताइवान के ताजा हालातों को देखते हुए यह ड्रिल जरूरी है.'
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चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेन गुओकियांग की तरफ से बयान में ताइवान और अमेरिका को धमकी दी गई है. रेन ने कहा, 'ताइवान डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) और अमेरिका की तरफ से पैदा की जा रही परेशानी एक डेड एंड की तरफ लेकर जा रही हैं.'