क्या 6 फीट की सामाजिक दूरी काफी है
अब जब कि वायरस के फैलने के खतरे के कारण हम 6 फीट की दूरी बनाना सीख गए हैं तो क्या 6 फीट की सामाजिक दूरी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए काफी है? एक नए अध्ययन में पता चला है कि यदि कोई खांसता या छिंकता है तो वह बूंदे लगभग 26 फीट तक ट्रैवल कर सकती हैं। 6 फीट की सामाजिक दूरी तो बस एक छोटे से पैमाने के लिए फिक्स की गई थी ताकि हवा के कारण वायरस फैलने से आप बच सकें परंतु इसमें कुछ फैक्टर्स शामिल नहीं किए गए।
वायरस का ट्रांसमिशन
वायरस का ट्रांसमिशन अधिक जटिल है। यह हवा में किसी एक इंसान की खांसी या छींक की बूंदों के कारण दूसरे इंसान में फैल सकता है। तब रिसर्च की गई की यह बूंदे कितनी दूरी तक ट्रैवल कर सकती हैं। इस हिसाब से एक अलग दिशा निर्देश जारी होने चाहिए जिसमें वायरस से बचने के लिए उचित दूरी का प्रावधान हो, फेस मास्क किस प्रकार के पहनने हों इस बात का जिक्र हो। यदि किसी भीड़ वाले इलाके में सब एक दूसरे से उचित सामाजिक दूरी बना कर नहीं रखते हैं और फेस मास्क का प्रयोग भी नहीं करते हैं तो वहां बहुत अधिक रिस्क होगा।
सावधानियां बरतनी पड़ेंगी
अतः जिन क्षेत्रों में वायरस का अधिक रिस्क है वहां आप को सामाजिक दूरी को लेकर बहुत अधिक सावधानियां बरतनी पड़ेंगी। परंतु हम यह कैसे पता लगाएं कि कितनी दूरी सटीक रहेगी और कितनी खतरनाक हो सकती है? इस के लिए सरकार को कुछ नियम बना देना चाहिए। जब हम पार्क आदि में जाते हैं तो हम सोचते हैं कि एक्सरसाइज करने या भागने से हमें किसी दूसरे इंसान से ट्रांसमिशन नहीं होगा परन्तु यह एक भ्रमित कर देने वाली बात है।
वायरस का फैलाव
आप को इस वायरस का फैलाव एक सिगरेट के धुएं की तरह मानना चाहिए। जिस प्रकार यदि आप सिगरेट नहीं पीते हैं और फिर भी दूसरे व्यक्ति की सिगरेट का धुआं भी 6 फीट तक आप के पास आ जाता है उसी प्रकार वायरस का संक्रमण भी फैलता है। यदि आप को किसी इंडोर जगह में जाना है तो यह बाहर से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है क्योंकि वायरस छोटी चीजों पर अधिक देर तक जिंदा रह सकता है बड़ी चीजों के मुकाबले। परंतु यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या काम कर रहे हैं, आप के रूम में कितनी हवा आ रही है। आप के रूम में कितनी नमी है यह सब बाते भी वायरस के फैलाव में बहुत महत्त्व रखती हैं।
मास्क का प्रयोग करें
अतः अपने बचाव के लिए जरूरी है कि आप जब भी बाहर निकलें तो मास्क का प्रयोग अवश्य करें। ज्यादा किसी से बातें न करें और कम से कम 6 फीट की दूरी के निर्देश का पालन तो किसी भी हालत में न भूलें। हां यह सत्य होता है कि वायरस के फैलने की भी एक रेंज होती है। अतः यह सोचना तो आप के लिए आवश्यक है ही कि आप को किसी इंसान से कितनी दूरी बना कर रखनी है बल्कि इस चीज पर भी फोकस करें की आप काम क्या करने जा रहे हैं।
सुरक्षित और न सुरक्षित रहना हमारे हाथ में है। यदि हम अपना ध्यान रखते हैं और यह अच्छे से जांचते परखते हैं कि हम जहां जा रहे हैं वहां का वातावरण कैसा है और कौन सी गतिविधियां आप को करनी हैं और आप इन बातों को ले कर सावधानियां बरतते हैं तो जाहिर है की आप सुरक्षित हैं। और यदि आप किसी भी तरह की तकलीफ मेहसूस कर रहे हैं तो बाहर जाना बंद कर दें।
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