कोलकाता डेस्क: हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार, गायत्री मंत्र का जाप करने से किसी भी व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मन के अंदर के द्वेष, पाप, दुख, शोक सब दूर हो जाते हैं। हर दिन गायत्री मंत्र का जाप करने से मनुष्य के जीवन में अद्भूत लाभ होते हैं। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गायत्री मंत्र को चारों वेदों का सार माना जाता है।
गायत्री माता से ही वेदों की उत्पत्ति हुई है, इसलिए वह वेदमाता भी हैं। ब्रह्मा, विष्णु और भगवान शिव भी गायत्री माता का ध्यान करते है, जिससे वह देव माता कहलाती हैं।
गायत्री मंत्र जाप के फायदेः विभिन्न गायत्री मंत्रों के जाप से दुख और दरिद्रता का नाश होता है, संतान की प्राप्ति होती है। गायत्री मंत्र जाप से मन शांत और एकाग्र रहता है। मुखमंडल पर चमक आता है। किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए गायत्री मंत्र का जाप किया जाता है।सशिव गायत्री मंत्र का जाप करने से पितृदोष, कालसर्प दोष, राहु-केतु तथा शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
शिव गायत्री मंत्र: ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्। नारियल का बुरा और घी का हवन गायत्री मंत्र के साथ करने से शत्रुओं का नाश होता है। स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।
गायत्री मंत्र जाप का समयः गायत्री मंत्र के जाप का तीन समय है। पहला समय है सूर्योदय से ठीक पहले, जिसे सूर्योदय के बाद तक करना चाहिए। दूसरा समय है दोपहर का। तीसरा समय है सूर्यास्त से ठीक पहले और सूर्यास्त के बाद तक करना चाहिए। अच्छे से हाथ पैर धोकर बैठे और ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् इस मंत्र का 108 बार उच्चारण करें। घर में भी सुख शांति बनी रहेगी।