सिरदर्द को दूर करने के साथ होठों को गुलाबी बनाता है धनिया

हरा धनिया वजन कम करने वालों के लिए और किडनी को जहर मुक्त करने में राम बाण औषधी हैं हरा धनिया आमतौर पर सब्ज़ियों में इस्तेमाल किया जाता है। भारतीय रसोई में हरा धनिया का उपयोग सदियों से होता आ रहा है। यह स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद होता है। हरा धनिया के आयुर्वेदिक और औषधीय उपचार....

पिसी हरे धनिया की पत्ती सिरदर्द, व अन्य सूजन पर लेप बनाकर लगाने से आराम मिलता है।
आँखों के लिए धनिया बड़ा गुणकारी होता है। थोड़ा सा धनिया कूट कर पानी में उबाल कर ठंडा कर के, मोटे कपड़े से छान कर शीशी में भर लें। इसकी दो बूँद आँखों में टपकाने से आँखों में जलन, दर्द तथा पानी गिरना जैसी समस्याएँ दूर होती हैं।
गर्भ धारण करने के दो-तीन महीने तक गर्भवती महिला को उल्टियाँ आती है। ऐसे में धनिये का काढ़ा बना कर एक कप काढ़े में एक चम्मच पिसी मिश्री मिला कर पीने से जी घबराना बंद होता है।
होठों को गुलाबी और मुलायम बनने के लिए हरा धनिया पत्ता और गुलाबजल की मदद से मुलायम और गुलाबी बना सकते है। धनिया एक बहुत अच्छा एंटी बैक्टीयल एजेंट है और गुलाब जल एक क्लीजर के रूप में काम काम करता है।
आँखों की सूजन व लाली में धनिया को कूटकर पानी में उबाल कर, उस पानी को कपड़े से छानकर आँखों में टपकाने से दर्द कम होता है।
हरा धनिया पत्ती का रस नकसीर फूटने पर नाक में टपकाने से खून आना बंद हो जाता है।
गर्मी की वजह से पेट में होने वाले दर्द में धनिया का चूर्ण मिश्री के साथ लेने से फ़ायदा होता है।

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