नई दिल्ली. कंगना रनौत ने बीएमसी और महाराष्ट्र सरकार के साथ जारी विवाद में कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को घसीट लिया है। कंगना ने ट्वीट कर सोनिया गांधी से पूछा है कि वो एक महिला हैं। उनके साथ महाराष्ट्र सरकार जो बर्ताव कर रही है क्या उससे सोनिया गांधी दुखी नहीं हैं। कंगना ने ट्वीट में पूछा है कि क्या सोनिया गांधी महाराष्ट्र सरकार को बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान पर चलने का निर्देश नहीं दे सकतीं। कंगना ने सोनिया गांधी से मामले में हस्तक्षेप कर राहत दिलाने की मांग की है।
कंगना ने महाराष्ट्र की सरकार के बहाने सोनिया गांधी पर भी एक महिला का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। खास बात है कि महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना और एनसीपी के साथ कांग्रेस भी शामिल है जिसकी कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं। कंगना ने सरकार पर कानून का मजाक बनाने का आरोप लगाया। अपने ट्वीट में कंगना ने कहा है कि उनके मामले में सोनिया गांधी की चुप्पी को याद रखा जाएगा।
कंगना के साथ जारी विवाद में महाराष्ट्र सरकार ने कंगना के ड्रग्स एंगिल की जांच का आदेश दिया है। मुंबई पुलिस ये जांच करेगी की कंगना ड्रग्स लेती रही हैं या नहीं। दरअसल 2016 में एक इंटरव्यू में शेखर सुमन के बेटे अध्ययन सुमन ने कंगना पर ड्रग्स लेने और उन पर भी ड्रग्स लेने के दबाव के बारे में कहा था। इसी आधार पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने जांच का आदेश दिया है। कंगना और अध्ययन सुमन एक वक्त करीबी दोस्त रह चुके हैं। बाद में जब उनका ब्रेकअप हो गया तो एक दूसरे पर दोनों ने कई आरोप लगाए।
इस मुद्दे पर कंगना ने कहा है कि वो ड्रग्स टेस्ट देने को तैयार हैं। ड्रग टेस्ट में दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। कंगना ने अपने मोबाइल की जांच करने को भी कहा जिससे ये साफ हो जाए कि उनके ड्रग पेडलर्स के साथ संबंध हैं या नहीं।
कंगना ने ये भी कहा कि अगर जांच में ये सामने आया कि वो ड्रग्स लेती थीं या उनके ड्रग पेडलर्स के साथ संबंध थे तब वो हमेशा के लिए मुंबई छोड़ देंगी।
कंगना ड्रग्स टेस्ट देने को तैयार हैं। कल रिकॉर्ड में ड्रग पेडलर्स के साथ कोई लिंक का सबूत मिले तो गलती स्वीकार कर मुंबई हमेशा के लिए छोड़ देंगी।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही कंगना रनौत और शिवसेना के बीच झगड़ा चरम पर है। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कंगना को मुंबई नहीं आने को कहा और आने पर देख लेने की धमकी दी। कंगना 9 सितंबर को मुंबई पहुंचीं मगर उससे पहले ही शिवसेना के इशारे पर बीएमसी ने कंगना के पाली हिल वाले दफ्तर में अवैध निर्माण के नाम पर बड़ा हिस्सा गिरा दिया। फर्निचर और सजावट के सामान को भी तोड़ दिया गया। हालांकि सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट ने अवैध निर्माण गिराने पर रोक लगा दी। अब कंगना ने बीएमसी से 2 करोड़ रुपये का हर्जाना मांग रही हैं।