आज के समय में मोबाइल लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण हो गया है। लोग ज्यादातर अपना समय मोबाइल पर ही बिताते हुए नजर आते हैं। वहीं लोग सुबह सोकर उठने पर सबसे पहले अपने मोबाइल फोन में बिजी हो जाते हैं। ऐसा करना आपकी सेहत और पूरे दिन की अच्छी शुरुआत के लिहाज से ठीक नहीं है। इस बारे में चर्चित लेखिका जूली मोर्गेनस्टर्न ने अपनी बेस्ट सेलर किताब 'नेवर चेक ई मेल इन दी मॉर्निंग एंड अदर अनएक्सपेक्टेड स्ट्रेटजीज फॉर मेकिंग योर वर्कलाइफ वर्क' में लिखा है, 'आपको सुबह उठते ही शुरुआती दो घंटे के भीतर दुनिया की सारी समस्याएं हल नहीं करनी हैं।
आपकी ऊर्जा पहले सबसे महत्वपूर्ण कार्यों पर केंद्रित होनी चाहिए, फिर कम जरूरी कार्यों पर। ईमेल, व्हाट्सएप या फेसबुक जैसी चीजें हम ऑफिस पहुंचने के बाद या दिन के किसी और समय में भी कर सकते हैं। सुबह का समय एक्सरसाइज, मेडिटेशन, कोई प्रेरक किताब/अखबार पढ़ने और नित्य कार्यों के लिए फिक्स रखना चाहिए।
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अपने दिन की इस तरह शुरूआत करने से आप दिन भर काफी एनर्जेटिक फील करते हैं। दिन की इस तरह शुरूआत करने से आपका माइंड भी शांत रहता है और आप कई बीमारियों से भी दूर रहते हैं। वहीं अगर आप सुबह उठते ही फोन का इस्तेमाल करने लगते हैं, तो इसका बुरा असर तो आपकी सेहत पर पड़ता ही है। इसके साथ ही आपके दिमाग में फिर सारी पुरानी बातें आने लगती हैं, जिससे आप काफी चिड़चिड़े होने लगते हैं। इस तरह आप दिन भर उदास ही रहते हैं।