जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। वैश्विक महामारी कोरोना की जांच व इलाज में लगे सदर अस्पताल के चिकित्सक व कर्मियों को सरकार के निर्देश के बाद भी एक माह का मूल वेतन या मानदेय के बराबर प्रोत्साहन राशि अबतक नहीं मिल पाई है। हालांकि इसके लिए सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा उनसे घोषणा पत्र भी भरवा लिया गया है। बावजूद राशि को ले टकटकी लगी हुई है।
कई चिकित्सकों व कर्मियों का कहना है कि प्रोत्साहन राशि का आवंटन जिले में प्राप्त होने के बाद भी सदर अस्पताल में कोरोना वैरियर्स के रूप में काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों को अबतक उपलब्ध नहीं कराया गया। आश्चर्य यह कि यह राशि पीएचसी व सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत कर्मियों को दे दी गई। जबकि सदर अस्पताल के चिकित्सक व कर्मी इस दौरान बिना अवकाश लिए 24 घंटे कार्य किए हैं। कोरोना की जांच, स्क्रीनिग व कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था भी यहीं की गई थी। बावजूद उन्हें समय से प्रोत्साहन राशि नहीं उपलब्ध कराया गया। कर्मियों ने कहा कि प्रोत्साहन राशि मनोबल को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा जारी की गई थी, अब राशि ससमय नहीं दे उनका मनोबल गिराया जा रहा है। इस दौरान सरकार द्वारा घोषित अल्पाहार व भोजन मद की राशि भी अबतक नहीं मिलने की बात कही है। कहा कि सरकार ने कोरोना वैरियर्स के रूप में काम करने वाले अधिकारियों व कर्मियों को प्रतिदिन भोजन व अल्पाहार के लिए ढ़ाई सौ रुपये देने का निर्णय लिया था। लेकिन सदर अस्पताल में काम करने वाली नर्स व एएनएम, ड्रेसर, मिश्रक, लैब टेक्निशियन, चिकित्सक तथा अन्य कर्मियों को अबतक इसका लाभ नहीं मिल सका है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार ने कहा कि प्रोत्साहन राशि विभाग से प्राप्त हो गई है। उसे सदर अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मियों को देने के लिए संबंधित कर्मी को निर्देशित कर दिया गया है।
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Posted By: Jagran
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