रावण रामायण का एक प्रमुख प्रतिचरित्र है। रावण लंका का राजा था। वह अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता था, जिसके कारण उसका नाम दशानन (दश = दस + आनन = मुख) भी था। किसी भी कृति के लिये नायक के साथ ही सशक्त खलनायक का होना अति आवश्यक है। भगवान श्रीराम ने रावण का वध करने के लिए इस धरती पर अवतार लिया था। दोस्तों रावण अपने काल का महापंडित और शक्तिशाली योद्धा माना जाता था, जिसने अपने जीवन में कई बड़े-बड़े शक्तिशाली योद्धाओं को हराया था और उसका डंका पूरे तीनो लोक में चलता था। लेकिन दोस्तों अहंकारी रावण का विनाश सिर्फ कुछ स्त्रियों के कारण हो गया था। आज हम आप लोगों माता सीता को छोड़कर तीन ऐसी स्त्रियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके कारण रावण का विनाश हुआ था। 3. रम्भा दोस्तों बात उस समय की है जब रावण ने स्वर्ग पर जीत हासिल कर ली का रावण का ध्यान स्वर्ग की खूबसूरत अप्सरा रंभा पर गया और वह रंभा की खूबसूरती को देखकर मोहित हो गया और उसके साथ दुर्व्यवहार करने लगा जब रंभा के साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में नल कुबेर को मालूम हुआ तब नल कुबेर ने रावण को श्राप दिया कि यदि वह कभी किसी स्त्री के साथ दुर्व्यवहार करेगा तो उसके सिर के सौ टुकड़े हो जाएंगे। 2. माया दोस्तों बता दे माया रावण की पत्नी की छोटी बहन की बात उस समय की है जब रावण की छोटी बहन माया के पतिव्रता को रावण ने भंग कर दिया था। उसके बाद माया ने रावण को श्राप दिया था कि रावण का विनाश एक स्त्री के कारण होगा। दोस्तों कहा जाता है इसी श्राप के कारण माता सीता ने इस धरती पर अवतार लिया और रावण के विनाश का कारण बनी। 1. शूर्पणखा दोस्तों बता दे शूर्पणखा रावण की छोटी बहन मानी जाती थी। बात उस समय की है जब रावण तीनों लोकों पर जीत हासिल करने के लिए निकला हुआ था तब उसने अपनी छोटी बहन शूर्पणखा के पति विघुतजिव्ह वध कर दिया जिसके कारण शूर्पणखा ने अपने पति के दुख में अपने भाई को श्राप दिया कि उसका विनाश मेरे कारण ही होगा।