प्यार या प्रेम एक एहसास है। जो दिमाग से नहीं दिल से होता है प्यार अनेक भावनाओं जिनमें अलग अलग विचारो का समावेश होता है!,प्रेम स्नेह से लेकर खुशी की ओर धीरे धीरे अग्रसर करता है। ये एक मज़बूत आकर्षण और निजी जुड़ाव की भावना जो सब भूलकर उसके साथ जाने को प्रेरित करती है। ये किसी की दया, भावना और स्नेह प्रस्तुत करने का तरीका भी माना जा सकता है। जिसके उदाहरण के लिए माता और पिता होते है खुद के प्रति, या किसी जानवर के प्रति, या किसी इन्सान के प्रति स्नेहपूर्वक कार्य करने या जताने को प्यार कहा जाता हैं। एक पार्क में बुजुर्ग दंपत्ति बैठे हुए थे उन्ही के पास में एक लड़का भी पार्क में बैठकर लैपटॉप में कुछ कर रहा था कुछ देर तक तो वे बुजुर्ग दंपति उस लड़के को देखते रहे फिर थोड़ा सा साहस करके वे दोनो उस लड़के के पास गए और कहने लगे की बेटा हमें सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना है लेकिन हम एकाउंट नही बना पा रहे हैं क्या तुम हमारा खाता बना दोगे। लड़के ने बड़ों का सम्मान करना सीखा था इसलिए उसने कहा लाइए अभी बना देता हूं बताइए किस नाम से बनाना है बुजुर्ग ने कहा लड़की के नाम से बना दो और कोई भी अच्छा सा नाम रख दो लड़के थोड़ा से झिजकते हुवे कहा फेक अकाउंट लेकिन क्यों बुजुर्ग ने कहा पहले बना दो फिर बताता हूं। पास में बैठी हुई उनकी पत्नी की आंखों से आंसू निकल रहे थे इसलिए लड़का भी डर डर के उनकाअकाउंट बनाना शुरु कर दिया लड़के ने पूछा फोटो कौन सी लगाऊं बुजुर्ग ने कहा आजकल की हीरोइन की लगा दो जो बच्चों को अच्छी लगती हो। लड़के ने गूगल से फोटो निकाली और एक प्यारी सी फोटो लगा दी अब आईडी बन गई बुजुर्ग ने कहा बेटा थोड़े अच्छे लोगों को ऐड कर दो लड़के ने कुछ लोगों को रिक्वेस्ट भेज दी बुजुर्ग जो कहता गया लड़का वही करता गया यह सब होने के बाद लड़के ने कहा अंकल जी अब तो बता दीजिए कि फेक अकाउंट आपने क्यों बनवाया है। बुजुर्ग की आंखें नम हो गई उनकी पत्नी की आंखों से आंसुओं की धारा बहने लगी फिर बुजुर्ग ने अपने बेटे का नाम सर्च करवाया और उसे भी रिक्वेस्ट भेजवा दी उन्होंने कहा बेटा मेरा एक ही बेटा है वह शादी के बाद हम से दूर रहने लगा है शुरू शुरू में तो हम उसके घर जाते थे पर उसको अच्छा नहीं लगता था क्योंकि उसकी पत्नी को हम दोनों बिल्कुल पसंद नहीं है जब भी हम जाते वो हमसे नाराज हो जाता है और कहता कि मेरी पत्नी को आप लोग पसंद नहीं है तो आप लोग अपने घर में रहे और हमें यहां चैन से रहने दीजिए। कब तक अपमान सहते इस वजह से हमने अब वहाँ जाना ही बंद कर दिया पर हमारा एक पोता और एक बहुत प्यारी सी पोती है उनका देखने का बहुत मन कर रहा है सुना है लोग फेसबुक पर अपने और अपने परिवार की तस्वीरें साझा करते हैं तो मैं उन्हें देख लूंगा और संदेशो से कुछ बातें भी कर लूंगा अगर मैंने अपने नाम से यहां अकाउंट बनवाया होता तो वह मुझे कभी जोड़ता ही नहीं। माता-पिता का यह निस्वार्थ प्रेम देखकर लड़का भी भावुक हो गया, इतने अपमान के बाद भी माता-पिता अपने बच्चे को बहुत प्रेम करते हैं।