रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिन के रूस दौरे पर हैं. इस बीच खबर आई है कि सीमा पर जारी टकराव के बीच राजनाथ सिंह अपने चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात करेगे. यह मुलाकात भारतीय समयनुसार रात साढ़े नौ बजे होगी.
ANI न्यूज एजेंसी ने इसकी पुष्टि की है. मालूम हो कि इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि मास्को में एससीओ की अहम बैठक के दौरान राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगही की बीच मुलाकात हो सकती है.
- ANI (@ANI) September 4, 2020
इसके साथ ही मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने यह भी बताया था कि भारत (India) के रक्षा मंत्री के साथ चीनी रक्षा मंत्री अलग से बैठक करना चाहते हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिन के रूस दौरे पर हैं. इस बीच खबर आई है कि सीमा पर जारी टकराव के बीच राजनाथ सिंह अपने चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात करेगे. यह मुलाकात भारतीय समयनुसार रात साढ़े नौ बजे होगी.
ANI न्यूज एजेंसी ने इसकी पुष्टि की है. मालूम हो कि इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि मास्को में एससीओ की अहम बैठक के दौरान राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगही की बीच मुलाकात हो सकती है.
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एससीओ की बैठक में बोले राजनाथ सिंह
वहीं शुक्रवार को एससीओ की बैठक में राजनाथ सिंह ने कहा आतंकवाद के मुद्दे पर बोला. उन्होंने कहा कि भारत एससीओ रीजनल एंटी टेररिज्म स्ट्रक्चर के काम को महत्व देता है.
उन्होंने कहा कि हम चरमपंथ के प्रसार को रोकने के लिए आएटीएस के साइबर डोमेन में उठाए गए कदम की सराहना करते हैं. चरमपंथी प्रचार और डी-रेडिकलाइज़ेशन का मुकाबला करने के लिए एससीओ की तरफ से आतंकवाद विरोधी उपायों को अपनाना एक महत्वपूर्ण निर्णय है.
चीन को शांति और विश्वास बनाए रखने की नसीहत
वहीं चीन को नसीहत देते हुए एससीओ की बैठक में राजनाथ सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय विवादों को सुलझाने के लिए शांति और विश्नवास का होना बेहद जरूरी है. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय नियमों का सम्मान और मतभेदों के शांतिपूर्ण समाधान भी जरूरी है.
मालूम हो कि भारत और चीन दोनों ही एससीओ के सदस्य हैं, जो आठ देशों का रीजनल ग्रुप है और जो मुख्य रूप से सुरक्षा और रक्षा से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित है. राजनाथ यह बात बैठक में मौजूद चीन के रक्षा मंत्री के सामने कही.
एससीओ बैठक में राजनाथ सिंह की चीन को नसीहत- विश्वास और शांति से ही सुलझाए जा सकते हैं क्षेत्रीय विवाद