कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए हुए लॉकडाउन की वजह से कई लोग घर बैठे कार्यालय का कार्य कर रहे हैं। वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) के मुद्दे में लगातार एक जैसी सीटिंग के साथ कार्य करने से पीठ दर्द (Back Pain) की समस्या होना स्वाभाविक है। एक ही पोश्चर में लंबे समय तक बैठकर कार्य करने का यह नतीजा है।घर से कार्य करने के दौरान, लोग बैठने के पोश्चर में आलस कर देते हैं व अगर उनकी पोजिशन लंबे समय के लिए एक जैसी है तो पीठ में दर्द होता है। घर से कार्य करने की वजह से शरीर में कठिन से ही कोई गति होती है, जैसे कि यात्रा करना, चलना व दौड़ना। इस कारण से होने वाले अधिकतर सामान्य मुद्दों में पीठ दर्द, शरीर में दर्द व मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं। पीठ दर्द कभी-कभी न्यूरोलॉजिकल लक्षणों से भी संबंधित होता है, जैसे झुनझुनी व सुन्नता। myUpchar से जुड़े एम्स के डाक्टर के एम नाधीर का बोलना है कि अगर पीठ दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो यह जरूरी है कि अपनी गतिविधियों को बेहद सीमित न करें। यहां तक कि अगर कमर में बहुत दर्द हो रहा हो तो भी धीरे-धीरे कार्य करना बिस्तर पर सीधे लेटे रहने से बेहतर है। हिलते-डुलते रहने से यह अधिक लचीली हो जाएगी। myUpchar से जुड़े डाक्टर लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का बोलना है कि पीठ में दर्द की समस्या के कारण प्रतिदिन के कार्य को करने बेहद कठिन हो जाता है। कुछ प्राकृतिक इलाज दर्द से बहुत जल्द राहत पहुंचाने में सहायता कर सकते हैं।
लैपटॉप या कम्प्यूटर पर कार्य करते हुए अगर गलत पोश्चर में ज्यादा समय तक बैठते हैं तो पीठ व गर्दन बेकार होती है। ज्यादा समय तक बैठने से रीढ़ की हड्डियों पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है व रीढ़ की हड्डियों के डिस्क पर भी दबाव पड़ता है। इससे दर्द होने कि सम्भावना है। मांसपेशियों में खिंचाव या तनाव होने कि सम्भावना है जो कि पीठ व गर्दन की मांसपेशियों का दर्द पैदा कर सकता है।पीठ दर्द की समस्या दूर करने में ये तरीका कार्य आ सकते हैं