आयुर्वेद में फिटकरी के बहुत से औषधीय गुण, जाने स्वास्थ्य से जुड़े फायदे

सभी के घरों में फिटकरी (Alum) का प्रयोग होता है। रसायन विज्ञान में इसे पोटैशियम एल्युमिनियम सल्फेट (Potassium alum) के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद में भी फिटकरी के बहुत से औषधीय गुण बताए गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं इसका प्रयोग सेहत, खूबसूरती व अन्य फायदों के लिए भी किया जा सकता है।

-गंदगी को साफ करना फिटकरी का बेहतरीन गुण है। इसका इस्तेमाल पीने के पानी को साफ करने के लिए किया जाता है, ताकि पानी में उपस्थित कीटाणु खत्म हो जाएं व पानी साफ। इसके अतिरिक्त स्कीन की सफाई के लिए भी फिटकरी का उपयोग किया जाता है।
-चोट लग गई हो या किसी कट की वजह से ब्लीडिंग हो रही हो तो घाव में फिटकरी घिसकर लगाने से कुछ मिनटों मे खून का बहना बंद हो जाता है। हालांकि इसका प्रयोग छोटे कट या घाव के लिए ही उपयोगी है। फिटकरी की ज्यादा मात्रा शरीर में जाना हानिकारक होने कि सम्भावना है।
-झुर्रियों से निजात हासिल करने के लिए फिटकरी के एक छोटे टुकड़े को गीला कर आहिस्ता-आहिस्ता अपने चेहरे पर रगड़ें। कुछ देर बाद गुलाब जल से चेहरे को धो लें। उसके बाद मॉइस्चाराइजर का प्रयोग करें। आप देखेंगे चंद दिनों के प्रयोग से स्कीन की झुर्रियां गायब हो जाएंगी।
-अगर आपके चेहरे पर मुंहासों के ढेरों दाग हैं व आपको उसे दूर करना है तो फिटकरी पीस कर पानी के साथ पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को मुहासों के दाग पर लगाएं व 20 मिनट तक लगाकर छोड़ दें। फिर चेहरे को पानी से धो लें. ऐसा नियमित करने पर दाग कुछ ही दिनों में दूर हो जाएंगे।
-मुंह के छाले अच्छा करने के लिए- फिटकरी के इस्तेमाल से मुंह के छाले भी दूर किए जा सकते हैं। फिटकरी का घोल मुंह के छाले या घाव में 30 सेकंड तक लगाकर रखें व फिर साफ पानी से कुल्ला करें या मुंह के धोएं ऐसा दिन मे दो-तीन बार करने से मुंह के छाले अच्छा होते हैं।
- शरीर पर जमी गंदगी व कीटाणुओं को खत्म करने के लिए फिटकरी के पानी से नहाना बहुत अच्छा तरीका है। यह आपके शरीर व पसीने की बदबू को भी कम करेगा।
- फिटकरी को खाली प्याली में इतना गर्म करें कि पिघल कर फोम की शक्ल में आ जाए। ठंडा होने के बाद उसमें नारियल का ऑयल मिलाकर फटी एड़ियों पर लगाएं। ये नुस्खा फटी एड़ियों को फौरन आराम पहुंचाता है।

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