अमेरिका में स्कूल-खोले जाने के बीच वयस्कों के मुकाबले बच्चों में संक्रमण सात गुना तक बढ़ गया है. अमेरिकन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स ने यह रिपोर्ट जारी की है.
एकेडमी की संक्रामक रोग समिति के उपाध्यक्ष डाक्टर सीन ओ लियरी ने सोमवार को बोला कि देश के कई हिस्सों में बच्चों के संक्रमण के मुद्दे वयस्कों से कई गुना बढ़ गए हैं.
यह महामारी काबू में आने की उम्मीदों को झटका है. उन्होंने बोला कि ज्यादातर बच्चों में कोई लक्षण नहीं मिलते व ये साइलेंट स्प्रेडर ( बिना जानकारी के संक्रमण फैलाना) होते हैं. हर एक बच्चा 3-4 को संक्रमित कर सकता है, जबकि वयस्कों में यह आसार 1 से 1.5 के बीच है. ऐसे में संक्रमण व बढ़ने का खतरा है.
वरमोंट यूनिवर्सिटी के बाल संक्रमण रोक जानकार डाक्टर विलियम रास्जका ने बोला कि रिपोर्ट से यह धारणा टूटी है कि बच्चों से संक्रमण नहीं फैलता व न ही गंभीर होता है. बच्चों में संक्रमण गंभीर न होने का तर्क देकर स्कूल खोलना भारी पड़ा है. इनमें जॉर्जिया, कैलीफोर्निया के कई स्कूलों के समर कैंप में 50 से सौ बच्चे समूह में संक्रमित मिले.
बच्चों के सुरक्षित होने का ट्रंप का ट्वीट हटा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक वीडियो रीट्वीट कर दावा किया. फेसबुक व ट्विटर ने ट्रंप का यह वीडियो हटा दिया.
हिंदुस्तान में राष्ट्रीय स्तर पर तो आयु के आधार पर कोविड मरीजों का आंकड़ा जारी नहीं होता है, लेकिन कुछ प्रदेश इसकी जानकारी देते रहते हैं. तमिलनाडु सरकार ने पांच जून को बताया था कि तब 28,694 संक्रमितों में से 1571 12 वर्ष से कम आयु के बच्चे हैं, जो करीब 5.5 प्रतिशत है.
महाराष्ट्र में नौ जून को 90787 मामलों में 2722 दस वर्ष से कम आयु के बच्चे थे, जो करीब तीन प्रतिशत थे. जबकि 11 से 20 वर्ष आयु के किशोरों के 5338 केस थे. इनमें दस बच्चों की मृत्यु हुई थी. यूपी, ओडिशा व बिहार में कुछ शेल्टर होम में 35 से 70 के समूह में बच्चों के संक्रमण के बड़े मुद्दे मिले हैं.
संक्रमण के मामले- बच्चे-7.2 गुना सभी में -2.7 गुना
भर्ती बच्चों की संख्या- बच्चे-3.56 गुना सभी में-1.2 गुना
मौतें- बच्चे-2.29 गुना सभी में-1.15 गुना (आंकड़े 21 मई से 20 अगस्त तक के)
बच्चों पर मुसीबत- कुल मामलों में 21 मई तक 05 प्रतिशत बच्चे थे कुल संक्रमितों में 9.5 प्रतिशत पहुंची बच्चों की संख्या भिन्न-भिन्न राज्यों में 05 से15 प्रतिशत संक्रमित बच्चे