अगर आप वर्कआउट के पुराने उपायों से ऊब चुके हैं, तो अपनी आवश्यकता के मुताबिक आजमा सकते हैं दुनिया के दूसरे हिस्सों में प्रचलित ये अनूठे व मजेदार वर्कआउट्स. लेकिन फिटनेस एक्सपर्ट की राय जरूर लें
हूला हूप वर्कआउट- हॉलीवुड सेलीब्रिटीज के बीच हूप्नोटिका के नाम से प्रसिद्ध यह लेटेस्ट वर्कआउट वेट लॉस के लिए असरदार माना जाता है. इससे सारे शरीर का वर्कआउट हो जाने की वजह से यह न सिर्फ शरीर का लचीलापन व संतुलन सुधारता है बल्कि हाथ-पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करते हुए उनकी टोनिंग भी करता है. कमर के इर्द-गिर्द हूप को घुमाते हुए पैर के अंगूठों पर दबाव देने व हाथों को ऊंचा रखने से जो मूवमेंट होते हैं उनसे शरीर व हूप को संतुलित रखने के लिए जिस एकाग्रता की आवश्यकता होती है उससे दिमाग की अच्छी अभ्यास हो जाती है. इससे कैलोरी तो बर्न होती ही है, तनाव भी कम होता है. ट्रेडमिल योगा यह वर्कआउट ट्रेडमिल वॉकिंग (5 किमी प्रति घंटे की गति पर) व रेगुलर योगा का फ्यूजन यानी ट्रोगा है. इससे शरीर के ऊपरी हिस्से का लचीलापन बढ़ता है, पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं व शरीर को कार्डियो वर्कआउट मिलता है. ट्रेडमिल वॉक से स्टेमिना बढ़ता है व योग मुद्राएं लचीलापन एवं ब्रीदिंग पैटर्न सुधारती हैं. इसमें ट्रेडमिल पर वॉक करते हुए हाथों की स्ट्रेचिंग व योग मुद्राएं की जाती हैं. डॉग योगा- डो गा के नाम से प्रचलित यह वर्कआउट अमरीका में लेटेस्ट फिटनेस के्रज है. डॉग में स्ट्रेचिंग की आदत होती है. इस वर्कआउट में कुत्ते के साथ इंसान भी योगा करते हैं. इसमें कुत्ते को अपने पोज सिखाए जाते हैं व उसके साथ मनोरंजन करते हुए, बिना बोरियत के योगा करते हैं. इससे पेट के साथ बॉन्डिंग तो इम्पू्रव होती ही है, डॉग व उसका मालिक दोनों फिट भी रहते हैं. लेकिन डॉग को ठीक ट्रेनिंग भी महत्वपूर्ण है. रेट्रो रनिंग- पीछे की ओर दौड़ लगाने वाली यह अभ्यास यूरोप व जापान में लोकप्रिय है. सामान्य दौड़ के 1000 कदम व बैकवार्ड रनिंग के 100 कदम बराबर प्रभाव करते हैं. इससे कमर दर्द या घुटनों के दर्द से भी बचाव होता है. यह पिंडलियों को भी मजबूत करती है.