संक्रमण में 95 फीसदी तक की हुई गिरावट, आइये जानिए

दिमागी बुखार यानि इंसेफेलाइटिस (Encephalitis) की जंग अब अंतिम चरण में है। उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt) ने दावा किया है कि अगले दो वर्ष के भीतर बच्चों को दिमागी बुखार से निजात दिला दी जाएगी। गौरतलब है कि गोरखपुर-बस्ती मंडल में दिमागी बुखार एक बड़ी चुनौती बनी रही है।

मुख्यीमंत्री योगी ने किया दावा सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने दावा करते हुए बोला कि पिछले करीब 40 वर्ष से पूर्वांचल में प्रतिवर्ष सैकड़ों बच्चों की जान लेने वाली इंसेफेलाइटिस की रोग के विरूद्ध पिछले तीन वर्ष के दौरान निर्णायक जंग लड़ी गई है व इस वक्त यह लड़ाई अपने अंतिम दौर में है। उन्होंने बोला कि पिछले तीन वर्ष के दौरान किए गए कोशिश अगर जारी रहे तो अगले दो वर्ष में गोरखपुर-बस्ती मंडल से इंसेफेलाइटिस का नामो निशान मिट जाएगा।
संक्रमण में 95 फीसदी तक की हुई गिरावट सीएम ने प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में इंसेफेलाइटिस तथा अन्य संचारी रोगों से संबंधित आंकड़े जारी करते हुए बोला कि साल 2016 के बाद से अब तक इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों में 90 से 95% तक की गिरावट हुई है। उन्होंने बोला कि साल 2019 में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के 816 मरीजों में से 34 की मृत्यु हुई जबकि 2020 में 396 में से 12 रोगियों की मौत हुई।
योगी ने यह भी बोला कि यूपी कोविड-19 (Covid-19) महामारी से भी इसी तत्परता से लड़ेगा। उन्होंने दावा किया के यूपी में देश के अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा संख्या में जाँच हो रही है, लेकिन यहां कोविड-19 मरीजों की संख्या आबादी के हिसाब से सबसे कम है। सीएम ने बोला कि स्वच्छ हिंदुस्तान अभियान (Swachh Bharat Abhiyan) ने कोरोना वायरस से संक्रमण तथा अन्य संक्रामक रोंगों के विस्तार पर रोक लगाने में खासी किरदार निभाई है।
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उन्होंने एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) तथा जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanies Encephalitis) के जिलेवार आंकड़े पेश करते हुए बोला कि गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज व देवरिया में इन रोगों से पीड़ित लोगों तथा मौतों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है।

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