मधेपुरा। जिले के चार अंचलों में जमीन के सर्वे का काम जल्द शुरू होगा। शिविर आयोजन के लिए भवन चिह्नित कर लिया गया है। उक्त बातें कुमारखंड के सीओ जयप्रकाश ने कही।
उन्होंने बताया कि सर्वे कार्य में लगाए जाने वाले सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो की ट्रेनिग पूरी हो गई है। राजस्व विभाग के द्वारा सभी नवचयनित कर्मचारियों को प्रखंड से जिले तक तैनात करने की प्रक्रिया जारी है। उनके योगदार व पदस्थापन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहली बार सर्वे में अमीनों के अलावा कानूनगो, विशेष सर्वेक्षण लिपिकों, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी भी शामिल होंगे। भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह के मुताबिक विशेष सर्वेक्षण लिपिकों का प्रशिक्षण ऑनलाइन जारी हो। ऑनलाइन ट्रेनिग पूरी होने के बाद फील्ड ट्रेनिग दी जाएगी। ट्रेनिग के बाद दक्षता परीक्षा आयोजित कर सफल अभ्यथिर्तियों को काम करने दिया जाएगा। पहले चरण में इन अंचल में होगा सर्वे गम्हरिया, शंकरपुर, सिंहेश्वर, कुमारखंड में पहले चरण में सर्वे किया जाएगा। इस इस सर्वे से जमीन का नया खतियान बनाया जाएगा। साथ ही जमीन का नया नक्शा भी आएगा। इस मानचित्र को डिजिटल प्रारूप में रखा जाएगा। हर खरीद बिक्री के बाद खतियान को लगातार निरंतर अपडेट किया जाएगा। हर खतियान की चार कॉपी बनेगी। इसमें एक कॉपी रैयत को दूसरा अंचलाधिकारी को तीसरा जिलाधिकारी एवं चौथा भू-अभिलेख विभाग निदेशालय के पास रखा जाएगा। सर्वे के बाद जमीन का खतियान की हार्डकॉपी एवं डिजिटल कॉपी तैयार की जाएगी। बताते चलें कि राज्य में कैडेस्ट्रेल सर्वे के बाद कुछ जिलों में ही रिविजनल सर्वे हो पाया था। इस सर्वे के हो जाने के बाद जमीन की अवैध खरीद-बिक्री पर रोक लगने के साथ-साथ फर्जीवाड़ा पर भी रोक लगेगी।
सर्वे के फायदे :- जमीन का नया खतियान बनेगा
:-जमीन की अवैध खरीद बिक्री पर लगेगी रोक
:-जमीन के वास्तविक मालिकों का तुरंत होगी पहचान
:- हर खरीद बिक्री के बाद खतियान लगातार होगा अपडेट
Posted By: Jagran
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