दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने फेसबुक (Facebook) पर लगे गंभीर आरोपों की सत्यता की जांच करने के लिए गवाहों को बुलाने का फैसला किया है. गवाहों को 31 अगस्त को बुलाया जाएगा. विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति (Peace and Harmony Committee) पहले भी गवाहों को बुलाकर पूछताछ कर चुकी है. पिछली कार्रवाई के दौरान प्राप्त हुई जानकारियों पर सावधानी से विचार करने के पर, समिति चेयरमैन राघव चड्ढा की अध्यक्षता में यह सुनवाई करेगी.
6 व्यक्तियों को इस कार्रवाई के संबंध में नोटिस भेजा गया है, जो 31 अगस्त को समिति के सामने पेश होकर अपने विचार रखेंगे. शिकायतों के समाधान के लिए और समस्या का जल्द संज्ञान लेने के लिए, 25 अगस्त को समिति ने आरोपों की सत्यता की जांच करने के लिए कुछ स्वतंत्र और एक्सपर्ट गवाहों की जांच की थी और यह पूरी कार्यवाही लाइव स्ट्रीम की गई थी.
"कंटेंट न्यूट्रल प्लेटफॉर्म नहीं है फेसबुक"
25 अगस्त को समिति ने इसके मुख्य गवाह परंजॉय गुहा ठाकुर्ता की गवाही ली गई. इसके साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म विशेषज्ञ और डिजिटल राइट्स एक्टिविस्ट निखिल पाहवा की भी गवाही ली गई है.
दिल्ली विधानसभा समिति ने कहा, "गुहा ने अपने बयान के दौरान स्पष्ट रूप से यह कहा है कि फेसबुक कथित रूप से तटस्थ प्लेटफॉर्म (कंटेंट न्यूट्रल) नहीं है, जैसा कि फेसबुक दावा करता है. उन्होंने कहा कि ऐसे सबूत (Evidence) मौजूद हैं, जो फेसबुक के एक कथित साठगांठ को दिखाते हैं. कथित तौर पर फेसबुक कई कंटेंट को दबा देता है या उसकी दृश्यता (विजिबिलिटी) को कम कर देता है. वहीं, दूसरी तरफ जिस कंटेंट को दबाया जाना चाहिए, उन्हें अपने प्लेटफार्म पर बढ़ावा देता है और उसकी विजिबिलिटी बढ़ा देता है.
भड़काऊ कंटेंट को रोकने में फेसबुक की निष्क्रियता की जांच
दिल्ली विधानसभा समिति ने कहा कि गुहा और पहवा दोनों ने इस बात की भी पुष्टि की कि एक स्वतंत्र जांच एजेंसी की घृणित सामग्री (Hateful Content) और स्पष्ट रूप से भड़काऊ सामग्री (Inflammatory Content) को रोकने में फेसबुक की कथित निष्क्रियता या उसके कोई एक्शन ना लेने को लेकर स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए. यह पता लगाया जाना चाहिए कि जानबूझकर निष्क्रियता (Inaction) में फेसबुक के अधिकारियों की कोई मिलीभगत थी या नहीं.
फेसबुक की निष्क्रियता को लेकर मिली थीं कई शिकायतें
शुरुआत में, दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति के चेयरमैन राघव चड्ढा (Raghav Chadha) को संबोधित कई शिकायतें मिली थीं, जिसकी जानकारी संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित एक ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, वॉल स्ट्रीट जर्नल के 14 अगस्त 2020 को प्रकाशित समाचार रिपोर्ट से ली गई है. इसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक की ओर से जानबूझकर निष्क्रियता के कथित उदाहरणों को दिखाते हुए भड़काऊ और घृणित कंटेंट्स के खिलाफ अपनी नीतियों को लागू करने और कथित उदासीनता और बड़ी साजिश की तरफ इशारा करते हैं. (IANS)