नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)। दिल्ली कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को केंद्र के खिलाफ विरोध करते हुए और नीट और जेईई परीक्षा स्थगित करने की मांग करते हुए शिक्षा मंत्रालय के बाहर धरना दिया।शहर इकाई के प्रमुख चौधरी अनिल कुमार के नेतृत्व में दिल्ली कांग्रेस इकाई के कार्यकर्ता यहां शास्त्री भवन के पास एकत्र हुए,जहां शिक्षा मंत्रालय है और नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
हालांकि, उन्हें दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया और मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, सरकार की विफलताओं के कारण नीट-जेईई छात्रों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। सरकार को सभी हितधारकों की बात सुननी चाहिए और आम सहमति से फैसला लेना चाहिए।
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के माहौल में नीट, जेईई परीक्षा देने जाने वाले छात्र-छात्राओं व उनके अभिवावकों की बात सुनना जरूरी है। ये बच्चे देश के भविष्य हैं। छात्र-छात्राओं की चिंताओं को संवेदना से देखना होगा न कि हठ और राजनीतिक दृष्टि से।
सुबह भी राहुल गांधी ने लोगों से छात्रों की सुरक्षा के लिए देशव्यापी विरोध में शामिल होने की भी अपील की। उन्होंने कहा, लाखों पीड़ित छात्रों के साथ अपनी आवाज को एकजुट करें। सुबह 10 बजे से छात्रों की सुरक्षा के लिए बोलें। आएं सरकार को छात्रों की बात सुनवाएं।
नीट, जेईई परीक्षा स्थगित करने की मांग को लेकर देश भर में कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है, जो कोरोनवायरस (कोविड -19) महामारी के बीच सितंबर के महीने में आयोजित किया जाना निर्धारित है। इस बीच, परीक्षाएं स्थगित करने की मांग को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ता पिछले तीन दिनों से शास्त्री भवन के बाहर धरने पर बैठे हैं।
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल एकजुटता व्यक्त करने के लिए एनएसयूआई कार्यकर्ताओं से मिले। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा सरकार को कोविड-19 के दौरान सुरक्षा और आवाजाही के बारे में चिंतित छात्रों की आवाज सुननी चाहिए। सरकार को जेईई और नीट परीक्षाओं पर निर्णय लेने से पहले उन्हें सुनना चाहिए।
-आईएएनएस
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