PGI में कोविड वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरु, देशभर से 375 वॉलिंटियर्स को चुना गया

हरियाणा। कोरोना का बढ़ते ग्राफ को देखते हुए इसकी वैक्सीन या तोड़ निकालने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे है। वहीं रूस ने कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने का ऐलान पहले ही कर दिया था। वैक्सीन का ऐलान करने के बाद रूस ने इसका इस्तेमाल भी करना शुरू कर दिया। भारत ने रूस की वैक्सीन पर भरोसा जताया है। जिसके बाद से ही देश में भी वैक्सीन के प्रथम चरण का ह्यूमन ट्रायल शुरु कर दिया है। बताया जा रहा है कि रोहतक के PGI में कोविड-19 की वैक्सीन के ट्रॉयल का पहला फेज पूरा हो चुका है।

बता दें कि मौजूदा जानकारी के अनुसार, ह्यूमन ट्रायल के लिए अब तक 80 वॉलिंटियर्स के ब्लड सैंपल लिए गए है। जिनकी जांच के बाद ये पता लगाया जाएगा कि कि एक व्यक्ति की बॉडी में कितने एंटीबॉडी तैयार हुए है। इसके साथ ही ये भी देखा जाएगी की कोरोना के किस चरण तक लड़ने में कारगर है, क्योंकि कहा जा रहा है कि दूसरे चरण की शुरुआत इन प्राप्त सैंपल को ध्यान में रखकर ही की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस ट्रायल के लिए देशभर के 12 मेडिकल संस्थानों में से ऐसे 375 वॉलिंटियर्स को चुना गया है। जिसमें अधिकतर रोहतक पीजीआई में रजिस्टर्ड है। वहीं यहां पर सभी वैलेंटी और स्कोर कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज भी दी जा चुकी है।
बताते चलें कि इन ब्लड सैंपल की रिपोर्ट सितंबर के पहले सप्ताह तक आ जाएगी। वहीं हेल्थ यूनिवर्सिटी के VC डॉक्टर ओपी कालरा ने बताया कि वैक्सीन का प्रथम चरण लगभग पूरा हो चुका है और वॉलिंटियर्स को पहले चरण में 3 mg की पहली डोज और 14 दिन बाद 6 mg की दूसरी डोज दी गई है। इनके रिजल्ट आने के बाद ही दूसरा चरण शुरू होगा। जिसमें ये तय होगा की दूसरे फेज के वॉलिंटियर्स को 3 mg की डोज दी जाए या 6 mg क्योंकि प्रथम चरण में वैक्सीन कितनी सुरक्षित है इसका मुआयना करना है। साथ ही, 14 दिन से 28 दिन में कितने एंटीबॉडीज बना सकती है।

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