NEET-JEE परीक्षा होगी या नहीं? केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने किया सब कुछ क्लियर

नई दिल्ली। देश भर में NEET और JEE परीक्षा को लेकर बवाल मचा हुआ है। इतना बवाल की अब यह एक राजनीतिक मुद्दा तक बन गया है। देश की कई राजनीतिक पार्टियां प्रेवश परीक्षा के विरोध में सड़कों पर उतर आई हैं। लेकिन वहीं दूसरी ओर एनटीए ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। इन सभी के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इसे छात्रों के भविष्य के लिए बेहद जरूरी बताया है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अपने एक इंटरव्यू में चीन और जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर परीक्षा कराने में और देरी हुई तो यह साल जीरो एकेडमिक साल में बदल जाएगा जो सही नहीं होगा। शिक्षा मंत्री ने चीन में होने वाले नेशनल कॉलेज प्रवेश परीक्षा Gaokao Exam और जर्मनी में उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा Abitur का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि इन देशों में कोविड-19 महामारी के दौरान प्रवेश परीक्षाएं आयोजित हुई हैं।
उन्होंने आगे कहा कि देश कोरोना महामारी का सामना कर रहा है लेकिन छात्रों के करियर को बर्बाद नहीं किया जा सकता है। 'जीवन बढ़ने का नाम है और हमें मजबूत बनना होगा। उन्होंने आगे कहा कि छात्रों के हित को देखते हुए इस मुद्दे पर अनावश्यक बयानबाजी से बचना चाहिए। बताते चलें कि इस समय देश के कई विपक्षी दल परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि परीक्षा की तैयारियों के लिए नैशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने हर तरह की सावधानी बरती है। उन्होंने कहा मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह के तहत परीक्षार्थियों की सुरक्षा के लिए हर तरह के उपाय किए गए हैं।
2020-21 एकेडिमक सेशन पर बोलेते हुए कहा कि 'हम गृह मंत्रालय के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन परीक्षाओं को पूर्व में दो बार स्‍थगित किया जा चुका है। अब अधिकांश छात्र और उनके अभिभावक चाहते हैं कि परीक्षा निर्धारित समय पर आयोजिक हो। उन्होंने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फैसले में यह भी कहा कि हम छात्रों का एकेडमिक साल खराब नहीं कर सकते।

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