जासं, भभुआ: थाना क्षेत्र के जमुआंव गांव में मंगलवार की देर शाम पौधा उखाड़ने का विरोध करने पर हुई मारपीट में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों का इलाज सदर अस्पताल में कराया गया। एक पक्ष ने भभुआ थाना व दूसरे पक्ष ने प्राथमिकी के लिए अनुसुचितजाति प जनजाति थाना में बुधवार को आवेदन दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मारपीट के दौरान एक पक्ष ने फायर कर दहशत कायम करने का भी प्रयास किया था। हांलाकि किसी को गोली नहीं लगी है। प्राथमिकी को दिए आवेदन में जमुआंव गांव निवासी हरिशंकर तिवारी ने लिखा है कि मंगलवार को गांव में गली नाली के निर्माण का कार्य चल रहा था। इसी दौरान अजा बस्ती के लोग आकर हरिशंकर तिवारी की भूमि में लगे पौधे उखाड़कर फेंकने लगे। इसका विरोध करने पर उन्हें व उनके पुत्र को लाठी डंडा से मारकर घायल कर दिया गया। उनका छोटा पुत्र जब बीच बचाव का प्रयास करने लगा तो उसे भी लाठी डंडा से मारकर घायल कर दिया गया। इस दौरान दहशत फैलाने के लिए फायर भी किया गया। गोली की आवाज सुनकर अपने पिता का श्राद्ध कार्य कर रहे हरिशंकर तिवारी के बड़े भाई राधेश्याम तिवारी जब मामले को समझने का प्रयास किए तो दूसरे पक्ष के लोगों ने घर में घुस कर बंदूक की बट से उनके सिर पर मारकर घायल कर दिया। संयोग से किसी को गोली नहीं लगी। इस मामले में हरिशंकर तिवारी ने गांव के चिरकुट राम व उनके पुत्र ईश्वर राम व श्रीराम राम, बाढु राम उर्फ नीतीश, संजय राम, प्रदीप राम तथा चुनचुन राम आदि पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ चिरकुट राम के पक्ष से थाना में दिए आवेदन में गली निमार्ण कार्य रोकने व मना करने पर राधेश्याम तिवारी, हरिशंकर तिवारी व उनकें पुत्रों पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। फिलवक्त दोनों मामलों में पुलिस जांच कर रही है। इसकी पुष्टि दोनों थाना के थानाध्यक्षों ने की।
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Posted By: Jagran
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