बच्चे के स्कैल्प व बालों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी टिप्स, जानिए

आयुर्वेदिक जानकार ों के अनुसार, नवजात शिशुओं के सिर की स्कीन (स्कैल्प) व बाल उनकी स्कीन की तरह ही गम्भीर होते हैं व उन पर भी उतना ही ध्यान देने की आवश्यकता है.

जानकार ों ने आपके बच्चे के स्कैल्प व बालों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी टिप्स साझा किए हैं. शिशुओं के बढ़ते दिनों में ठीक तरह से देखभाल व एक विशिष्ट हेयर केयर रूटीन का चयन करने से बहुत ज्यादा घने, मुलायम व स्वस्थ बाल पाने में सहायता मिलेगी. "तेल लगाना (ओइलिंग) स्वस्थ बालों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए पहला कदम है. अधिकतर बच्चे सूखी सिर की त्वचा, रूसी व बालों के कम विकसित के लिए उम्मुख होते हैं, जिसे दैनिक तौर पर ऑयल की मालिश से रोका (मैनेज) जा सकता है."
"हमेशा उन उत्पादों का चयन करना उचित होता है, जिनमें प्राकृतिक तत्व होते हैं व जो बच्चे के बालों के लिए सुरक्षित व कोमल होने के लिए जाने जाते हैं." सही बालों के ऑयल (हेयर ऑयल) का चयन करते समय, ऐसे उत्पाद का उपयोग करें, जो कोमल, सुरक्षित व वैज्ञानिक रूप से शोधित हों व खनिज तेल, अल्कोहल, पैराबेन, सिंथेटिक रंग व फेथलेट्स से मुक्त हों. "आंवला, गोटू कोला, मेथी, भृंगराज, व नारियल, बादाम, जैतून व तिल जैसे तत्वों वाले ऑयल से एक बेबी हेयर तेल स्कैल्प को मॉइस्चराइज करने, सूखेपन को रोकने, बालों को पोषण देने व मुलायम एवं स्वस्थ बनाने में सहायता करता है." हेयर तेल में आंवला बालों को मजबूत बनाने व बालों के विकास को बढ़ावा देने में सहायता करता है. वहीं गोटू कोला बालों के घनत्व को सुधारने में सहायता करता है, भृंगराज बालों को मजबूत व काला करने में सहायता करता है व मेथी बालों के झड़ने को रोकने व बालों को मजबूत व मॉइस्चराइज करने में सहायता करती है. नारियल के ऑयल की भी कई खासियतें हैं. यह स्कैल्प को मॉइस्चराइज करने में सहायता करता है, सूखेपन को रोकता है व स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देता है. बादाम का ऑयल बालों को चमकदार व मुलायम बनाने में सहायता करता है, जैतून का ऑयल बालों को रेशमी व चमकदार बनाए रखने में सहायता करता है व तिल का ऑयल बालों को पोषण देने में सहायता करता है. रक्त परिसंचरण (ब्लड सकुर्लेशन) में सुधार व बाल की ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से अपने बच्चे के सिर की मालिश करें. एक नरम तौलिये का उपयोग करें व धीरे से बालों को सुखाएं; इससे बालों के टूटने को रोका जा सकेगा. आपके बच्चे के बाल व खोपड़ी की स्कीन प्रारंभिक महीनों के दौरान संवेदनशील होती हैं, जिससे वो एलर्जी व जलन की चपेट में आ जाते हैं. इसलिए, प्रयास करें व शरीर एवं बालों के लिए एक ही ऑयल का उपयोग करने से बचें."

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