कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। चीन से निकली इस महामारी से देश में 3,231,754 लोग संक्रमित हो गए हैं और 59,612 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना का फिलहाल कोई इलाज या टीका नहीं है। हालांकि कई टीकों का काम अंतिम चरण में है और इस साल के आखिर तक बाजार में आने की उम्मीद भी है। लेकिन चिकित्सक फिलहाल अन्य रोगों में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के जरिये कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
इस बीच दवाओं को लेकर अध्ययन जारी हैं और एक नए अध्ययन में बताया गया है कि उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर की दवाओं से कोविड-19 से जीवित रहने की दर में सुधार हो सकता है। इतना ही नहीं, इससे कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीरता में भी कमी आ सकती है।
28,000 रोगियों पर हुआ अध्ययन द प्रिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह बात एक अध्ययन में सामने आयी है। ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी आफ ईस्ट एंगलिया के अध्ययनकर्ताओं ने उच्च रक्तचाप की दवाएं ले रहे 28,000 रोगियों पर अध्ययन किया है।
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को कोविड से मौत का खतरा कम 'करंट एथरोस्कलेरोसिस रिपोर्ट्स' पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि उच्च रक्तचाप की दवाएं एंजियोटेंसिन-कन्वर्जिंग एंजाइम इनहिबिटर्स(एसीईआई) या एंजियोटेंसिन रिसेप्टर ब्लॉकर्स (एआरबीएस) ले रहे उन रोगियों के गंभीर रूप से कोविड-19 की चपेट में आने या मौत का खतरा कम है जो उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं।
यूनिवर्सिटी आफ ईस्ट एंगलिया के नोविक मेडिकल स्कूल की ओर से इस अध्ययन में शामिल प्रमुख अध्ययनकर्ता वैसिलियोस वैसिलिओऊ ने कहा, ''हमने पाया कि उच्च रक्तचाप से पीड़ित एक तिहाई कोविड-19 रोगी और कुल रोगियों के चौथाई रोगियों को एसीईआई या एआरबीएस दी जा रही हैं। हो सकता है कि ऐसा हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और मधुमेह के मरीजों के संक्रमण की चपेटे में आने के खतरे को देखते हुए किया जा रहा हो।
एसीईआई इनहिबिटर्स की कीमत मीडियानेट के अनुसार एसीईआई इनहिबिटर्स के 10 गोलियों के एक पत्ते की कीमत 10 रुपये के करीब है। इस दवा का हाई ब्लड प्रेशर के मरीज अन्य दवाओं के साथ इस्तेमाल करते हैं। इसका उपयोग हार फेलियर में भी किया जाता है। यह ब्लड वेसेल्स को टाइट करने वाले केमिकल्स को कम करने का काम करती है।
इस बात का रखें ध्यान अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज नहीं है और आपने पहले कभी इन दवाओं का इस्तेमाल नहीं किया है, तो आपको इस दवा का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह लिए बिना इन दवाओं के इस्तेमाल से आपकी सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं।
देश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 32 लाख के आंकड़े को पार कर गई जबकि स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 24 लाख के पार चली गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 31,67,323 बताई है। इसके अलावा मंत्रालय ने बताया कि 58,390 लोगों की मौत हुई है और उपचार के बाद 24,04,585 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हुए हैं।