Covid-19 vaccine: भारत में Oxford COVID-19 Vaccine का दूसरा ह्यूमन ट्रायल आज से, जानें बाजार में कब आएगा टीका

भारत में ऑक्सफोर्ड कोविड-19 वैक्सीन के दूसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल आज शुरू होने वाला है। भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन कोविशिल्ड (covishield) को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मा कंपनी AstraZeneca के साथ मिलकर बना रहा है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ऑक्सफोर्ड कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल स्वस्थ लोगों पर पुणे में भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में शुरू होगा।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अतिरिक्त निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा, 'हमें केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से सभी मंजूरी मिल गई है। हम 25 अगस्त से भारती विद्यापीठ (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ह्यूमन ट्रायल शुरू करने जा रहे हैं।
3 अगस्त को मिल गई थी मंजूरी ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने 3 अगस्त को सीरम इंस्टीट्यूट को ऑक्सफ़ोर्ड कोविड-19 वैक्सीन के चरण 2 और 3 ह्यूमन ट्रायल परीक्षणों के संचालन के लिए मंजूरी दी थी।
17 संस्थानों में होगा ट्रायल ट्रायल 17 चयनित स्थलों पर आयोजित किए जाने हैं, जिनमें एम्स दिल्ली, पुणे में बीजे मेडिकल कॉलेज, पटना में राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आरएमआरआईएमएस), चंडीगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, एम्स-जोधपुर, नेहरू शामिल हैं। ट्रायल में 18 साल से अधिक उम्र के लगभग 1,600 लोगों के भाग लेने की संभावना है।
रिजल्ट रहे बेहतर सूत्रों के अनुसार ब्रिटेन में पांच ह्यूमन ट्रायल के दौरान वैक्सीन के परिणाम बेहतर रहे और वालंटियर्स में एंटीबॉडी विकसित हुई।
इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है और खबर को गलत बताया है जिसमें कहा जा रहा था कि भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोविड-19 वैक्सीन 73 दिनों के भीतर लॉन्च हो जाएगी। देश में सीरम इंस्टीट्यूट इस टीके को एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर बना रहा है।
अभी लॉन्च नहीं होगी कोविड-19 वैक्सीन हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीरम इंस्टीट्यूट ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है जिसमें इस वैक्सीन के जल्द लॉन्च होने की खबर को पूरी तरह से गलत बताया। पुणे स्थित कंपनी के स्पष्टीकरण में कहा गया है कि सरकार ने इसे केवल कोविशिल्ड (Covishield) का निर्माण करने और भविष्य में उपयोग के लिए भंडार करने की अनुमति दी है।
यह भी कहा गया है कि एक बार परीक्षण सफल साबित होने के बाद कोविशिल्ड को बाजार में उतारा जाएगा और इसकी मंजूरी ली जाएगी। एक बार टीका कोरोना से लड़ने में प्रभावी और बिना साइड इफेक्ट के असरदार साबित हो जाए, तो सीरम इंस्टिट्यूट आधिकारिक रूप से इसकी उपलब्धता की पुष्टि करेगा।
1,600 वालंटियर्स पर होगा ट्रायल कंपनी ने कहा कि इस वैक्सीन के प्रभाव सिद्ध होने के बाद ही आधिकारिक तौर पर इसकी उपलब्धता की पुष्टि होगी। कंपनी ने क्लिनिकल ट्रायल रजिस्ट्री ऑफ इंडिया (सीटीआरआई) के साथ फेज II और III क्लिनिकल ट्रायल के लिए पंजीकरण कराया है। पूरे भारत में 1,600 हेल्दी वालंटियर्स पर इसका ट्रायल किया जाएगा।
इससे पहले आई खबरों में बताया जा रहा था कि यह वैक्सीन 73 दिन बाद बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। कंपनी का कहना है कि ये केवल कयास भर है, पुष्ट सूचना नहीं है। सीरम इंस्टिट्यूट ने स्पष्ट किया कि कंपनी को सरकार से वैक्सीन के उत्पादन की अनुमति मिली है, लेकिन भविष्य में इस्तेमाल के लिए। कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन बाजार में तभी आएगी, जब ट्रायल सफल हों और नियामक एजेंसी से मान्यता मिल जाए।

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