मोटापा घटाने के लिए लोग ना जाने क्या-क्या नहीं करते महंगे जिम ज्वाइन करना, डाइट प्लान करना अपने पसंदीदा खाने से बिल्कुल दूर हो जाना आदि-आदि। लेकिन आजकल मोटापे की समस्या पूरी दुनिया में ही बड़ी तेजी से बढ़ रही है। हर तीसरा इंसान अपनी मोटापे की दिक्कत से परेशान है। ज्यादा लोगों के वजन बढ़ने की मुख्य वजह खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट होती है। कभी-कभी लोगों को अलग-अलग बीमारियों की वजह से भी मोटापे की शिकायत रहती है। इन सब समस्याओं के बीच आइए कुछ दिलचस्प जानते हैं। जी हां आज हम आपको बताने वाले हैं कि अलग-अलग देशों के लोग अपने वजन घटाने के लिए क्या-क्या नुस्खे आजमाते हैं। तो यह जानते हैं कि क्या है इन नुस्खों में खास।
थाईलैंड
थाईलैंड का नाम उन देशों में शुमार है जो हद से ज्यादा तीखा खाना पसंद करते हैं। हालांकि इसके पीछे एक लॉजिक यह है कि स्पाइसी फूड मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। जिसकी वजह से हमें लंबे समय तक भूख नहीं लगती और बार-बार खाना खाने की इच्छा भी नहीं होती। यही वजह है कि थाईलैंड के लोग अपने खाने में ज्यादातर स्पाइसी फूड का विकल्प चुनते हैं। जो कि वजन घटाने में मददगार है। यह थाईलैंड की लाइफ स्टाइल का एक अहम हिस्सा है।
पोलैंड
पोलैंड की आवाम अपने खाने पर केवल 5% का खर्च करते हैं। जिसे पता लगता है कि वह बाहर के जंक फूड को खाना बिल्कुल भी पसंद नहीं करते। वे केवल और केवल अपने घर का ही खाना खाते हैं। अब आप कहेंगे कि घर का खाना तो हम भी खाते हैं लेकिन हमारा वजन कम क्यों नहीं होता? दरअसल पोलैंड के लोग भोजन को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाते है। इससे उनका वजन कंट्रोल में रहता है।
जर्मनी
जर्मनी के लोग सुबह ब्रेकफास्ट को खास तवज्जो देते हैं। जर्मनी में 75% लोग हर रोज़ ब्रेकफास्ट करते हैं। जिसमें होल ग्रेन, सीरियल, ब्रेड और फल शामिल होते हैं। इसके पीछे जर्मनी के लोग इस लॉजिक का पालन करते हैं कि यदि नाश्ता मिस हो गया तो उन्हें इसके बाद हाई कैलोरी फूड लेना पड़ेगा। इससे बचने के लिए ब्रेकफास्ट को मिस करना उनके लिए एक बहुत बड़ी भूल जैसा होता है। देखा जाए तो यह सच में एक हेल्दी लाइफस्टाइल है। और हम इसका पालन करके खुद को भी फिट रख सकते हैं।
यूनाइटेड किंगडम
यहां के लोग भी एक हेल्दी रूटीन का पालन करते हैं। यूनाइटेड किंगडम में लोग घर हो चाहे रेस्टोरेंट सिर्फ थोड़ा ही भोजन करते हैं। यहां भी पोलैंड के लोगों की तरह खाने को थोड़े-थोड़े अंतराल में खाने पर जोर देते हैं। इससे शरीर में ज्यादा वसा जमा नहीं होता और मोटापा भी कंट्रोल में रहता है।