मसल्स निर्बल होती व घटता मेटाबोलिज्म मेनोपॉज प्रारम्भ होने के बाद तीन मुख्य कारणों से वजन बढ़ता है. पहला, शरीर में हार्मोनल बदलाव, इसमें एस्ट्रोजन का लेवल कम होता है. शरीर का मेटाबॉलिक दर घटने से वजन बढऩे लगता है.
दूसरा, बढ़ती आयु के साथ शरीर में मसल्स निर्बल होने लगते हंै. इससे फैट की मात्रा बढऩे लगती है. अगर इस दौरान फिजिकल एक्टिविटी न हो व डाइट पहले जैसी लेती हैं वजन बढ़ता है. तीसरा, नींद और अभ्यास की कमी, अनहैल्दी डाइट व तनाव से भी मेनोपॉज में वजन बढ़ता है. फूड डायरी बनाएं साबुत अनाज, फल, सब्जियां व प्रोटीन वाली चीजें ज्यादा खाएं. प्रोसेस्ड फूड का परहेज करें. फूड डायरी बनाएं, कितनी डाइट लेते हैं. उसमें लिखें ताकि पता चले कि कितनी कैलोरी ले रही हैं. शाम को जल्दी खा लें. कोई भी नशा न करें. ३० मिनट व्यायाम जरूर करें वजन नियंत्रित रखने के लिए रोज 30 मिनट का व्यायाम करें. इसमें घर के कार्यों को शामिल न करें. इसमें साइक्लिंग, स्वीमिंग, वॉकिंग व दूसरे व्यायाम करें. योग-मेडिटेशन 15 मिनट करें. तनाव मुक्त रहें. इससे ओवरइटिंग से बचेंगी. हफ्ते में एक बार वजन जरूर नपवाएं. 7-8 घंटे की नींद लें रोजाना. देर रात में सोने से बचें. कई शोधों में बोला गया है कि देरी से सोने से मेनोपॉज के दौरान वजन बढ़ता है.