आज कल की तनाव और भाग-दौड़ वाली ज़िन्दगी से आपका वैवाहिक जीवन प्रभावित होना स्वाभाविक है। इस तनाव से अक्सर पुरुषो में इनफर्टिलिटी की शिकायत हो जाती है। पर आयुर्वेद में जामुन के बीज के चमत्कारी औषधिय गुणों में से एक है पुरुषो में शारीरिक बल को बढ़ाना / इनफर्टिलिटी को मिटाना । जानिए जामुन के बीज के कुछ फायदे -
जामुन का सेवन अक्सर दन्त रोगो और मसूड़ों से जुडी तकलीफो और समस्याओ के समाधान के लिए , रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने , खून बढ़ाने और जोड़ो के दर्द को ठीक करने के लिए किया जाता है। और तो और मधुमेह जैसी बीमारियों में भी जामुन का सेवन असरकारी है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स , फाइबर , कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम ;शुगर को ब्लड में कंट्रोल करता है और साथ ही साथ मर्दो में शारीरिक कमजोरियों को कम करता है।
सेवन का तरीका : जामुन की गुठलियों को धो ले और उन्हें सुखाकर , पीसकर उनका चूर्ण बनाकर कांच की साफ़ शीशी में स्टोर कर ले। आपको सिर्फ इतना ही चूर्ण बनाना है जितना 15 दिन के लिए पर्याप्त हो। रात को सोने से 1 घंटे पहले शहद और जामुन के बीजो का बनाया चूर्ण, एक चमच शहद के साथ ले। जिन लोगो को शुगर की शिकायत है वे शहद के साथ इस चूर्ण का सेवन न करे। इस नुस्खे से मर्दो में इनफर्टिलिटी की शिकायत दूर होती है।
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