रूस ने बना ली कोरोना की दूसरी वैक्सीन EpiVacCorona, दुष्प्रभाव न होने का दावा

दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा करने वाले रूस ने अब दूसरी वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल की है। रूस का कहना है कि उसने कोरोना वायरस की दूसरी वैक्सीन बना ली है। जिसके नैदानिक परीक्षण सितंबर माह में पूरे कर लिए जाएंगे। रूस ने नई वैक्सीन का नाम भी उजागर कर दिया है। उसका कहना है कि कोरोना की नई वैक्सीन 'एपिवैककोरोना' (EpiVacCorona) नाम से लाई जायेगी। रूस का दावा है कि इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है।

इससे पहले रूस ने स्पुतनिक वी (Sputnik V) नाम से कोरोना वैक्सीन पेश की थी। जिसे दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन करार दिया गया। हालांकि, दुनियाभर के अन्य देशों ने रूस की इस कोरोना वैक्सीन की काफी आलोचनाएं की और इसके दुष्प्रभावों को लेकर संदेह व्यक्त किया। ऐसे में देश की दूसरी वैक्सीन को लेकर भी संदेह पैदा हो सकता है। रूस की इस दूसरी कोरोना वैक्सीन को साइबेरियन वेक्टर अनुसंधान केंद्र द्वारा विकसित किया जा रहा है।
इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा था कि कोरोना वायरस की कोई भी वैक्सीन 2021 के पहले नहीं आ पाएगी। रूस एपिवैककोरोना वैक्सीन का निर्माण साइबेरिया में सोवियत संघ के एक पूर्व टॉप सीक्रेट बॉयोलॉजिकल हथियारों के प्लांट में कर रहा है।
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