नवजात शिशु को नहलाते समय इन बातों का रखें खास ख्‍याल

23 अगस्‍त। परिवार में आए नवजात शिशु की देखभाल करने में कुछ एहतियात बरतनी पड़ती हैं। उन्‍हें दूध पिलाने से लेकर उन्हें नियमित तौर पर नहलाने तक उनका खास ख्‍याल रखना पड़ता है। माता-पिता के रूप में हम अपने बच्चों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक अगर आपका भी नवजात शिशु है और आप इस बात के बारे में सोच रहे हैं कि उसे कैसे नहलाया जाए, तो यहां कुछ अहम बातें बताई जा रही हैं, जिनसे आपको जरूर बचना चाहिए। अपने बच्चे को नहलाने के लिए बैठने से पहले तौलिया, शैम्पू, शॉवर जेल, मॉइस्चराइज़र, कपड़े, डायपर और कपड़े धोने जैसे सभी सामान इकट्ठा करें। पानी को हल्‍का गर्म किया जाना चाहिए।

नहलाते समय कभी बच्चे को अकेला न छोड़ें
नहलाते समय बच्‍चे को बाथटब में अकेला न छोड़ें. पानी की गहराई नवजात शिशु के लिए खतरनाक हो सकती है। अगर आपको कमरे से बाहर जाना है, तो बच्चे को साथ ले जाएं या किसी को वहां मौजूद रहने के लिए कह दें।
छोटे टब का उपयोग करें
अगर बच्‍चे को नहलाने वाला बाथटब बहुत बड़ा है, तो बच्चे को संभालना आपके लिए कठिन हो सकता है। इसके अलावा एक छोटे टब में तापमान भी आसानी से नियंत्रित हो जाता है। इसे ठंडे पानी से भरना शुरू करें और फिर इसे गुनगुने तापमान पर लाने के लिए इसमें थोड़ा गर्म पानी मिलाएं। बच्चे पर पानी डालने से पहले हमेशा अपनी कोहनी पर या अपनी बांह पर पानी का तापमान जांच लें।
कान-नाक में न पहुंचे पानी
बच्चे के कान या नाक के अंदर पानी न पहुंचे इसलिए सावधानी से नहलाएं। केवल उन हिस्सों को धोएं जिन्हें आप देख सकते हैं। गर्भनाल गिरने से पहले बच्चे को स्नान न कराएं, जो आमतौर पर जन्म के 14 दिनों के भीतर होता है। जब तक गर्भनाल नहीं गिरता तब तक आपको अपने बच्चे को केवल स्पंज से साफ करें।
सिर को सूखे तौलिए से ढकें
जिस कमरे में आप अपने बच्चे को नहला रही हैं, उसमें ठंडक न हो, शिशु को ठंड लगने से बचाने के लिए अपने बच्चे के सिर को सूखे तौलिए से ढकें। सिर को ढंकना महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनके सिर पर कम बाल होते हैं और तेजी से ठंड पकड़ सकते हैं। आपको पहले अपने बच्चे के शरीर को धोना शुरू करना चाहिए और उसके बाद बालों को धोना चाहिए, ताकि सिर लंबे समय तक गीला न रहे।
अधिक पानी का उपयोग न करें
अगर आपका बच्चा तीन महीने से कम उम्र का है, तो आप उसे एक दिन स्पंज बाथ देकर और दूसरे दिन उचित स्नान करके उसे वैकल्पिक दिनों में नहला सकते हैं। नहलाते समय बच्चे पर बहुत पानी न डालें। बच्चे पर बहुत अधिक पानी डालने से उसे घुटन महसूस हो सकती है।

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