अरवल : प्रदूषण नियंत्रण कानून के तहत पॉलीथिन का उपयोग, निर्माण और बिक्री प्रतिबंधित हो गया लेकिन लॉकडाउन अवधि के दौरान बाजार में इसका चलन बढ़ा है। सब्जी, फल, अंडा, मांस-मछली काले पॉलीथिल में बिक रहे हैं। पॉलीथिन के खतरे और कानूनी प्रतिबंध तोड़ने में ग्राहक भी सहयोग बन रहे हैं।
दरअसल, वर्तमान में हर जगह कोरोना संक्रमण का खतरा है। पॉलीथिन पर कोरोना वायरस लंबे समय तक जीवित रहता है। इस बात का कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा है।
प्लास्टिक बैग पर रोक लगाये जाने के बावजूद सब्जी विक्रेता, थोक और खुदरा विक्रेता के साथ-साथ फेरीवाले भी इसका उपयोग खुलेआम कर रहे हैं और आम लोग के साथ छोटे-बड़े व्यापारी भी प्रशासन के निर्देश को ठेंगा दिखा रहे हैं। अधिकारी भी इस पर संज्ञान नहीं ले रहे है और लापरवाही बरत रहे है।
Posted By: Jagran
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