"क्या है जीवन को जीने का सही तरीका"?
हर एक व्यक्ति का जीवन जीने का तरीका, उसकी लाइफ स्टाइल अलग अलग होती है । हर व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार जीवन नहीं जी पाता क्योंकि उसे उसके अनुकूल परिस्थितियां नहीं मिल पाती है ।
केवल कुछ ही लोग ऐसे होते हैं जिन्हें अनुकूल परिस्थितियां मिलती है और वह अपना जीवन अपने ढंग से जीते हैं । यहां पर सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो लोग भी अपना जीवन सही तरीके से जीना चाहते हैं वे अधिकतर परेशानियों से घिरे होते हैं , यह परेशानियां हमारे बीते हुए वक्त से संबंधित होती है या फिर आने वाले वक्त को लेकर उससे संबंधित होती है । क्योंकि हर एक व्यक्ति के ऊपर उत्तरदायित्व होते हैं और वे उन्हें निभाने के लिए या तो अपने बीते हुए समय पर अधिक विचार करता है या फिर आने वाले समय पर अधिक विचार करता है । जरा आप सोचें कि जो समय बीत चुका है ,जा चुका है , उससे परेशान होने का क्या अर्थ है ,और जो समय अभी आया ही नहीं है उसके बारे में सोचने का क्या अर्थ है। जब हम इस प्रकार से बीते हुए समय को और आने वाले समय के बारे में सोचना बंद कर देते हैं तो हम वर्तमान में रहना सीखते हैं ,और यही वास्तविक जीवन है कि यदि आप जीवन जीना चाहते हैं वर्तमान में रहिए आज जो घटित हो रहा है जो छोटे-छोटे पल और खुशियां हैं , जो पल आपको मिल रहे हैं, उन्हें खुशी से जीये। आज के समय में जो जी रहे हैं वही तो आपका जीवन है जो बीत चूका है उससे आपको कोई लेना देना नहींक्योकि वह समय वापस नहीं आ सकता, जो समय आने वाला है उसके बारे में आपको कुछ पता ही नहीं है कि क्या होगा उसके बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं है । अर्थात जो है आज है अभी है इसलिए यदि आप अच्छे तरीके से अपने जीवन को जीना चाहते हैं तो वर्तमान में रहिए। वर्तमान में अपने आप को रखिए और भूत और भविष्य अर्थात बीते समय और आने वाले समय की चिंताओं से मुक्त रहिए ,यही सही तरीका है जीवन जीने का।