आज मनाई जा रही है गणेश चतुर्थी, जानें इसका महत्व और स्थापना का शुभ मुहूर्त

देश भर में आज गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जा रहा है. भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन गणपति का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन को  गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है. आज से शुरू हुआ गणपति उत्सव का त्योहार लगभग दस दिनों तक चलेगा. इसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति का विसर्जन किया जाएगा है. महाराष्ट्र में यह पर्व गणेशोत्सव के तौर पर मनाया जाता है. इस दौरान गणेश जी को भव्य रूप से सजाकर उनकी पूजा की जाती है. 

गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त (Ganesh chaturthi 2020 Shubh Muhurat)
सुबह 11.07 से  01. 42 मिनट तक
शाम 4.23 से 7. 22 मिनट तक
रात में 9.12 मिनट से 11. 23 मिनट तक .
चन्द्र दर्शन ना करने का समय : रात 09:07:00 से 21:25:00 तक .
गणेश चतुर्थी व्रत की पूजा विधि .
-प्रातः स्नान करने के बाद सोने, तांबे, मिट्टी की गणेश प्रतिमा लें. - एक कलश में जल भरकर उसके मुंह पर लाल वस्त्र बांधकर उसके ऊपर गणेश जी को विराजमान करें.- गणेश जी को सिंदूर व अर्पित करें और 21 लडडुओं का भोग लगाएं. - शाम के समय गणेश चतुर्थी की कथा, गणेश चालीसा व आरती पढ़ने के बाद चन्द्रमा को अर्घ्य देना चाहिए.
 
गणेश चतुर्थी का महत्व
कोई भी कार्य शुरू करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है. बप्पा गणों के स्वामी हैं, इस वजह से उनका एक नाम गणपति भी है. गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहते हैं. कई जगह इसे डण्डा चौथ भी कहा जाता है. गणेश जी को विद्या-बुद्धि का प्रदाता, विघ्न-विनाशक और मंगलका माना गया है. गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी के विशेष पूजा की जाती है. गणेश चतुर्थी जब मगंलवार के दिन पड़ती है तो उसे अंगारक चतुर्थी कहते हैं.इस त्यौहार को बड़ा पवित्र और महान फल देने वाला बताया गया है.

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