पाकिस्तान क्रिकेट में इस वक्त हलचल काफी तेज है. टीम इंग्लैंड दौरे पर है. अब तक टीम जीती नहीं है. खिलाड़ियों को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कप्तान अजहर अली की कमान छिनने की नौबत आ चुकी है. तो मैनेजमैंट को लेकर भी आलोचना हो रही है. लेकिन इसके साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और कई पूर्व खिलाड़ी इंग्लैंड को अपने होम ग्राउंड लाने की लगातार कोशिश में लगे हुए हैं.
2009 में श्रीलंका पर हुए आतंकी हमले के बाद किसी भी बड़ी टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है. अब पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज शान मसूद ने एक ऐसा भावुक बयान दिया है. जिसकी काफी चर्चा हो रही है. शान मसूद का कहना है कि अगली पीढ़ी को भी हक है कि वो पाकिस्तान में विश्व के शानदार खिलाड़ियों को खेलते हुए देखें.
अपने नाम की गूंज सुनने का लम्हा खास होता है
शान मसूद इस वक्त इंग्लैंड दौरे पर हैं. पहले टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 156 रन बनाए थे. हालांकि उसके बाद दूसरी पारी में वो शून्य पर आउट हो गए. दूसरे मैच में भी वो दुर्भाग्यशाली रहे. हाल ही में शान मसूद ने एक इंटरव्यू में पाकिस्तान में क्रिकेट की बहाली पर बात की. इस दौरान उन्होंने कई बयान दिए.
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि पाकिस्तान में क्रिकेट की बहाली हम सबके लिए काफी खास थी. उस पल ने हमें काफी भावुक और जूनुनी बना दिया क्योंकि बच्चों को उनके हीरो देखने के लिए नहीं मिलते थे, तो लोग भी क्रिकेट से दूर हो गए थे. अब आप स्टेडियम जाते हैं तो आपको बाबर आजम, शाहीन और आबिद के नाम के नारे सुनाई देते हैं. जब आबिद ने अपने डेब्यू पर शतक लगाया और उसके बाद लगातार कई शतक लगाए, तो जिस तरह फैंस आबिद.आबिद के नाम के नारे लगा रहे थे, ये वो खास लम्हें होते हैं जिनके लिए हम जीते हैं."
उन्होंने आगे कहा, "हम लोगों ने काफी संघर्ष किया है, जो इस वक्त पूरे विश्व में हो रहा है उसकी वजह से हमने इसकी काफी बड़ी कीमत चुकाई है. मुझे लगता है कि हमारे लोग, खासकर हमारे बच्चे, हमारी आने वाली पीढ़ी का ये अधिकार है कि वो सिर्फ पाकिस्तान के हीरो ही नहीं बल्कि विश्व के शानदार खिलाड़ियों को भी देखें."
इंग्लैंड करे पाकिस्तान क्रिकेट की मदद
शान मसूद ने पाकिस्तान में करीब दस साल बाद शुरू हुए क्रिकेट पर तो अपना अनुभव साझा किया. साथ ही उन्होंने इंग्लैंड से पाकिस्तान की मदद करने की बात भी की. उन्होंने कहा, "इससे अच्छा क्या हो सकता है जब हमें बेन स्टोक्स, जो रूट, जोस बटलर के अलावा स्टूअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन जैसे क्रिकेट हीरो पाकिस्तान में देखने के लिए मिलें. इन्हें पाकिस्तान क्रिकेट को मुसीबत से बाहर निकाले के लिए मदद करनी चाहिए."
शान मसूद से पहले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने भी कहा था कि जिस तरह पाकिस्तान टीम ने कोरोना काल में इंग्लैंड का दौरा कर ECB की मदद की है. वैसे ही इंग्लैंड को भी पाकिस्तान का दौरा करके हमारा एहसान वापस करना चाहिए.