आईफोन, मैक कंप्यूटर और वॉचेस बनाने वाली कंपनी Apple की वैल्यू अब 2 ट्रिलियन डॉलर को हिट कर चुकी है. 1 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप तक पहुंचने में Apple को 42 साल लग गए. वहीं इस 2 ट्रिलियन के आंकडे़ को Apple ने महज 2 साल में पार कर लिया. चौंकाने वाली बात तो ये है कि Apple के दूसरे 1 ट्रिलियन डॉलर पिछले 21 हफ्तों में आए हैं. ये वो समय था जब कोरोना महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी.
बुधवार को ट्रेडिंग के दौरान Apple के शेयर जैसे ही 1.2 प्रतिशत बढ़कर 467.78 डॉलर हुए वैसे ही Apple 2 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यूएशन वाली पहली अमेरिकी कंपनी बन गई. 1 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यूएशन वाली पहली अमेरिकी कंपनी भी Apple ही थी. ऐसे में कंपनी ने बुधवार को एक और मील का पत्थर हासिल किया. गौरतलब है कि आईफोन, मैक कंप्यूटर और वॉचेस की निर्माता कंपनी ने ये उपलब्धि कोरोना काल के दौरान हासिल की है.
दो साल में दोगुनी की वैल्यू
हाल ही में मार्च के मध्य तक, शेयर बाजार में कोरोनवायरस की आशंकाओं के चलते Apple का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर था. इस साल 23 मार्च को फेडरल रिजर्व ने निवेशकों को राहत पहुंचाने के लिए आक्रामक नए उपायों की घोषणा की. तब से, शेयर बाजार और खासतौर से Apple, माइक्रोसॉफ्ट, अमेज़ॅन, अल्फाबेट और फेसबुक के स्टॉक बड़े पैमाने पर बढ़े हुए हैं.
जब अगस्त 2018 में Apple पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यू तक पहुंची, तब इसे यहां तक पहुंचने के लिए दशकों का समय लगा था. स्टीव जॉब्स और स्टीव वोज्नियाक द्वारा 1976 में स्थापित की गई कंपनी ने मैकिन्टोश कंप्यूटर, आईपॉड, ऐप स्टोर और आईफोन जैसे दुनिया को बदल देने वाले प्रोडक्ट्स बनाए. वहीं इस वैल्यू को दोगुना करने के लिए कंपनी को सिर्फ दो साल का समय लगा. कंपनी को ज्यादा सफलता कोरोना काल के दौरान मिली.