शरीर में स्फूर्ति लाने के लिए रोजाना करें सूर्य नमस्‍कार

20 अगस्‍त। स्वस्थ तन और मन के लिए योग सबसे बेहतरीन माध्यम है। वैसे तो ऐसे बहुत से योग हैं, जिससे आप बीमारियों से बचे रह सकते हैं लेकिन आज हम आपको आसनों का राजा कहे जाने वाले 'सूर्य नमस्कार' के बारे में बताने जा रहे हैं।

सूर्य नमस्कार का अर्थ है सूरज को अर्पन या नमस्कार करना। एक्सपर्ट का कहना है कि सुबह की शुरूआत इस आसन से करने पर तन और मन दोनों ही स्वस्थ रहते हैं क्योंकि इस योग करते समय सूरज की किरणें सीधी शरीर पर पड़ती है। खास बात तो यह है कि इस आसन का प्रभाव शरीर के सभी अंगों पर पड़ता है इसलिए इसे सबसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
12 तरीकों से किया जाता है सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार में कुल 12 आसन होते हैं। इसमें 6 विधि के बाद फिर उन्हीं 6 विधि को उल्टे क्रम में दोहराया जाता है। इसमें सबसे पहले प्रणामासन, हस्तउत्तानासन, हस्तपादासन, अश्वसंचालासन, अधोमुखश्वानासन, अष्टांगनमस्कारासन और भुजंगासन किया जाता है। फिर अष्टांगनमस्कारासन से प्रणामासन तक आसनों को दोहराया जाता है। इस आसन को सुबह सूर्य की किरणों के सामने स्वच्छ व खुली हवादार जगह पर करना होता है।
कितनी देर करें सूर्य नमस्कार?
सूर्य नमस्कार को 5 से 10 मिनट तक करना जरूरी है। अगर यह आसन रोजाना 5-12 बार तक कर लिया जाए तो आपको कोई और आसन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह आसन सुबह सूर्य की किरणों के सामने स्वच्छ व खुली हवादार जगह पर ही करें।
सूर्य नमस्कार से फायदे
मेंटल हेल्थ के लिए है फायदेमंद
इस आसान को करते समय आप एक ही जगह पर फोकस करते हैं और मन भटकता नहीं, जिसके कारण ब्रेन फंक्शन बेहतर होता है। इससे ना सिर्फ दिमाग तेज होता है बल्कि आप तनाव जैसी बीमारियों से भी बचे रहते हैं। इतना ही नहीं, इससे शरीर में एनर्जी भी आती है, जिससे आप दिनभर तरोताजा रहते हैं।
शरीर को मिलती है ऊर्जा
सूर्यनमस्कार से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और कार्बन-डाईऑक्साइड बाहर निकल जाती है। इससे आप दिनभर तरोताजा रहते हैं।
थायराइड में फायदेमंद
नियमित रूप से यह आसन करने पर एंडोक्राइन ग्लैंड्स खासकर थायरायड ग्लैंड की क्रिया नॉर्मल, जिससे थायराइड के साथ मानसिक समस्याएं भी दूर रहती हैं। साथ ही इससे नर्वस सिस्टम शांत रहता है।
अनियमित पीरियड्स
अगर आपको पीरियड्स समय पर नहीं आ रहे हैं तो नियमित रूप से यह आसन करें। इससे मासिक-धर्म रेगुलर हो जाएंगे।
अनिद्रा की शिकायत
अगर आपको नींद न आए तो यह योगासन करें। आपकी अनिद्रा की समस्या ठीक हो जाएगी।
बॉडी डिटॉक्स
सूर्य नमस्कार के समय आप सांस खींचते और छोड़ते हैं, जिससे हवा आपके फेफड़ों तक और ऑक्सीजन खून तक पहुंचती है। इससे आपके शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड और बाकी जहरीली गैस निकल जाती है और बॉडी डिटॉक्स हो जाती है।
ग्लोइंग स्किन
सूर्य नमस्कार करने से शरीर को प्रयाप्त मात्रा में विटामिन डी मिलता हैं, जोकि त्वचा को निखरी और बेदाग बनाता हैं। इसके अलावा इससे सिर के बाल भी स्वस्थ और मजबूत होते हैं।
मजबूत बाल
अगर आप बालों की समस्‍या से ग्रसित हैं तो यह योगा अभ्‍यास आपके बालों को असमय सफेद होने, झड़ने व रूसी से बचाता है।
सावधानियां
-सूर्य नमस्कार को करने के बाद कुछ देर शवासन जरूर करें।
-उचित समय और धीमी गति से करें और एक स्थिति में सांस सामान्य होने के बाद ही दूसरी स्थिति शुरू करें।
-कोमल, अधिक गद्देदार मैट या बिस्तर पर यह आसन न करें क्योंकि इससे आपकी रीढ़ की हड्डी में बल पड़ सकता है।
-स्लिप डिस्क और हाई ब्लड प्रैशर के मरीजों को भी यह योग नहीं करना चाहिए।

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