ढाका, 19 अगस्त (आईएएनएस)। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की और विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें दोनों देशों के बीच के संबंधों के अगले दो साल का रोड मैप शामिल था।
एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि मंगलवार को हुई बैठक के दौरान हसीना को बताया गया कि उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दोनों देश कोविड-19 स्थिति के दौरान भी सीधे संवाद में रहें।
यह पता चला है कि चर्चा में कोविड-19 से निपटने में चिकित्सकीय व टीके में संभावित सहयोग पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।
सूत्र ने कहा कि भारतीय विदेश सचिव और बांग्लादेश की नेता ने आपसी हित के सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की।
श्रृंगला द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के उद्देश्य से बांग्लादेश की दो दिवसीय अनौपचारिक यात्रा पर पहुंचे और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश दिया।
चर्चा के दौरान हसीना ने रोहिंग्या शरणार्थियों के बारे में बात की और शरणार्थियों को जल्दी और सुरक्षित म्यांमार भेजने की अपनी इच्छा दोहराई।
यह भी बताया गया कि हाल के दिनों में दोनों देशों ने अपने अंतर्देशीय जल प्रोटोकॉल को अद्यतन किया और कार्गो फेरी सेवा शुरू की। भारत ने बांग्लादेश को लोकोमोटिव भी दिया है।
इसके अलावा, दोनों पक्षों को अखौरा-अगरतला रेल लिंक व 1,320 मेगावाट के खुलना थर्मल प्लांट के साथ-साथ अन्य परियोजनाओं को अंतिम रूप देने की उम्मीद जताई जिनका उद्घाटन भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ पर अगले साल होगा।
कोविड-19 के प्रकोप के बाद यह श्रृंगला की पहली विदेश यात्रा है। यह एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी की बांग्लादेश की पहली यात्रा भी है क्योंकि महामारी के कारण यात्रा प्रतिबंध लगाए गए थे। हसीना की भी बीते चार महीने में किसी विदेशी राजनयिक से यह पहली मुलाकात है।
श्रृंगला ने आश्वासन दिया कि भारत द्वारा निर्मित कोविड -19 वैक्सीन के लिए बांग्लादेश को प्राथमिकता मिलेगी।
विदेश सचिव ने बैठक के बाद ढाका के एक होटल में मीडिया को बताया, हमारे द्विपक्षीय संबंध पहले की तुलना में अब बेहतर हैं। भारत कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर इन संबंधों को मजबूत करने को बहुत महत्व देता है।
बैठक के बाद बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमेन ने कहा, बैठक का मुख्य आकर्षण दोनों देशों के बीच साझा किए जाने वाले संबंधों की गर्मजोशी थी। जब दुनिया भर के देश कोविड महामारी के बीच राजनयिक संबंधों के मामले में स्थिर हो गए, ऐसे में भारतीय विदेश सचिव हमारे देश में आपसी हित के मामलों पर सहयोग करने और आगे बढ़ाने के लिए आए हैं।
मोमेन ने कहा कि जिन आपसी मुद्दों पर चर्चा हुई उनमें अगले साल बांग्लादेश-भारत संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने पर होने वाले समारोहों के लिए योजना बनाना भी था।
भारत 2021 की शुरुआत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक गैर-स्थायी सदस्य होने जा रहा है। इसके लिए बांग्लादेश ने भारत का समर्थन किया था।
बांग्लादेश ने भारत से रोहिंग्या शरणार्थियों की बांग्लादेश से म्यांमार वापसी में मदद देने का अनुरोध किया है।
मोमेन ने यह भी कहा कि सीमा पर हत्याएं एक और मुद्दा था जिसने बैठक के दौरान ध्यान आकर्षित किया। अगले महीने, बीजीबी और बीएसएफ अधिकारी सीमा मुद्दों और अप्रत्याशित सीमा हत्याओं पर चर्चा करेंगे।
श्रृंगला की यात्रा उन रिपोटरें की पृष्ठभूमि में हुई है जिनमें कहा गया है कि चीन शुष्क मौसम के दौरान तीस्ता नदी में जल स्तर बनाए रखने की एक परियोजना के लिए बांग्लादेश को लगभग एक अरब डालर का ऋण देने वाला है।
-आईएएनएस
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