पेशाब का रोग UTI का रामबाण इलाज है यह फल, इसके पत्ते चबाने से खत्म होने लगते हैं चर्म रोग जैसी 5 बीमारियां

यदि आपको बार-बार पेशाब का आना, छींकते या खांसते समय थोड़ा सा पेशाब आना, बुखार, चक्कर आना, उल्टी होना, पेट में हल्का दर्द, पेशाब का रंग का बदलना या पेशाब करते वक्त जलन महसूस होना जैसे लक्षण महसूस होते हैं तो समझ लें कि आप यूटीआई की समस्या से जूझ रहे हैं।

यूटीआई को मूत्र मार्ग में संक्रमण कहा जाता है यह एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन है, जो आमतौर पर ब्लैडर से यूरिन को बाहार निकालने वाली ट्यूब को प्रभावित करता है।
इस इन्फेक्शन के होने पर आपको दर्द, जलन, बुखार और कुछ मामलों में पेशाब में खून आने की समस्या हो सकती है। इस इन्फेक्शन से बचने के लिए मूत्र मार्ग में फंगल और माइक्रोबियल को बढ़ने से रोकना होता है।
जाहिर है इस समस्या से बचने के लिए डॉक्टर भी भारी मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थ पीने की सलाह देते हैं ताकि बैक्टीरिया को बाहर निकाला जा सके।
अगर आप इस समस्या से पीड़ित हैं, तो आप इससे राहत पाने के लिए नियमित रूप से अनार खा सकते हैं और जूस भी पी सकते हैं। माना जाता है कि अनार में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, इसलिए अनार का जूस यूटीआई के लक्षण को कम करने के लिए प्रभावी होता है।
अनार कैसे करता है यूटीआई का इलाज
अनार विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स का भंडार है जो ब्लैडर यानि मूत्राशय की दीवारों पर बैक्टीरिया को चिपके से रोकते हैं। इसके अलावा विटामिन सी आपके इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करता है और आपको और आपको इन्फेक्शन से लड़ने की ताकत देता है, जिससे आपको यूटीआई से जल्दी से ठीक होने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स से इन्फेक्शन के लिए जिम्मेदार हानिकारक विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है।

यूटीआई से राहत पाने के लिए अनार का ऐसे करें इस्तेमाल
अगर आप यूटीआई से पीड़ित हैं, तो आपको इसके लक्षणों से राहत पाने के लिए रोजाना रात को खाने के बाद एक कटोरी अनार खाना चाहिए। इसके अलावा आप नियमित रूप से अनार का जूस भी पी सकते हैं।
अनार के पत्ते भी हैं लाभदायक
बहुत से फल, फूल, पौधे और जड़ी बूटियों का इस्तेमाल सदियों से दवा के रूप में किया जाता है, अनार के पत्ते भी उन्हीं में एक हैं। इससे सेहत को कई फायदे मिलते हैं। अनार के पत्ते खाने योग्य होते हैं। लेकिन उन्हीं पत्तों का चयन करें जिन्हें स्प्रे नहीं किया गया है और उन्हें अच्छी तरह से धोएं।
अनार के पत्तों का इस्तेमाल सलाद, फलों और सब्जियों के साथ स्मूदी या जूस में, कढ़ी, पास्ता सॉस या सूप जैसे व्यंजनों में पालक विकल्प के रूप में कर सकते हैं। इसके अलावा आप अनार के पत्तों की चाय भी बना सकते हैं। चलिए जानते हैं अनार के पत्ते आपके लिए किस तरह फायदेमंद हो सकते हैं।
एक्जिमा के लिए अनार के पत्ते
गार्डन डॉट इको के अनुसार, एक्जिमा त्वचा की सबसे घातक बीमारी है। इससे ग्रस्त व्यक्ति लगातर खुजली और जलन से परेशान हो जाता है। कई बार तो गंभीर घाव भी हो जाते हैं और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने लगते हैं। यह रोग वंशानुगत रूप से भी होता है।
इसके लक्षणों में बहुत खुजली होना, खुजाने से त्वचा पर लाल चकत्ते, एवं छोटी-छोटी फुंसिया उभर जाना, कभी-कभी सफेद प्लेक बनना, तेज खुजली होने पर खुजलाने से खून भी निकलने लगता है, त्वचा पर जलन होना और चिड़चिड़ापन एवं अवसाद महसूस होना शामिल हैं।
ऐसा माना जाता है कि इस चर्म रोग से छुटकारा पाने के लिए आप अनार के पत्तों को पीसकर लगा सकते हैं जिससे आपको कुछ दिनों में आराम मिलना शुरू हो सकता है।
भूख बढ़ाने के लिए
आयुर्वेदिक चिकित्सा में, इनका उपयोग भूख बढ़ाने और पाचन समस्याओं के लिए किया जाता है। आजकल खराब जीवनशैली और शारीरिक गतिविधियों के कम होने से बहुत से लोगों को भूख नहीं लगती है जिसकी वजह से वो कम खाते हैं।
बता दें कि कम खाने से धीरे-धीरे आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिससे आपका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो सकता है और आप बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। भूख बढ़ाने के लिए आपको अनार के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए। आप रोजान कुछ पत्ते चबा सकते हैं या उन्हें सलाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
पाचन क्रिया बनती है मजबूत
पाचन क्रिया खराब होने पर भोजन पूरी तरह से पचता नहीं है, जिसके कारण शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता। इसका मतलब यह है कि यह समस्या कई गंभीर बीमारीयों का कारण बन सकती है।
इससे आपको बदहजमी, कब्ज, मतली आना, पेट दर्द, सूजन, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पाचन तंत्र खाने को एनर्जी में बदलकर शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है। इसलिए बिना अच्छे पाचन तंत्र के सेहतमंद रहना मुश्किल है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए आपको अनार के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए।
अनिद्रा के लिए
नींद से संबंधित परेशानियों में सबसे पहले ज़िक्र होता है अनिद्रा का। भागदौड़ भरी जिंदगी और तनाव के कारण अधिकतर लोग अनिद्रा की समस्या के शिकार हैं। अनिद्रा के कई कारण हो सकते हैं। इसके लक्षणों में रात में सोने में कठिनाई, रात के दौरान जागना, दैनिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने में समस्या, नींद और थकावट महसूस होना शामिल हैं। इससे बचने के लिए आप अनार के पत्तों की चाय पी सकते हैं।
इस बात का रखें ध्यान
अगर आप ऊपर बताये गए किसी रोग से पीड़ित हैं और उससे राहत पाने के लिए अनार के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह लें।

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