कोरोना वायरस के वैक्सीन के प्रोडक्शन और इससे जुड़े अन्य मुद्दों पर सोमवार को एक्सपर्ट ग्रुप की बैठक हुई. इसमें बताया गया कि किन लोगों को वैक्सीन पहले दी जानी है और कैसे लोगों को इसकी डोज दी जाएगी.
जो लोग पहले कोरोना वायरस से संक्रमित न हुए हों, उन्हें वैक्सीन की प्राथमिकता दी जाएगी. जो लोग संक्रमित हो चुके हैं, उनके शरीर में कोरोना वायरस का एंटीबॉडी बन जाता है. इसलिए ऐसे लोग वैक्सीन लेने की प्राथमिकता में पहले नहीं आते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहले बोल चुके हैं कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन पहले दी जानी चाहिए.
बीमारी की चपेट में (वलनेरेबल) आ सकने वाले आयु वर्ग के लोगों को भी इस कैटगरी में रखा गया है. बैठक में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि वैक्सीन अलग-अलग स्टेज में हैं. इनमें एक वैक्सीन सोमवार को या मंगलवार को तीसरे फेज के ट्रायल में प्रवेश कर जाएगी. इसे लेकर सही दिशा में काम हो रहा है. वैक्सीन बनते ही इसकी सप्लाई चेन तैयार कर दी जाएगी. कुछ वैक्सीन के लिए कोल्ड चेन प्रोक्योरमेंट की भी जरूरत पड़ेगी. कुछ वैक्सीन ऐसी भी होंगी जिसका हर व्यक्ति को दो डोज देना होगा.
डॉ पॉल के मुताबिक भारत में तीन वैक्सीन पर काम चल रहा है. एक वैक्सीन आजकल में फेज 3 ट्रायल में चली जाएगी जबकि बाकी की दो वैक्सीन फेज 1 और 2 में हैं. डॉ पॉल ने कहा कि वैक्सीन की जहां तक बात है तो स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री ने देश के लोगों को इस बारे में आश्वस्त कर दिया है.